मौसम विभाग के मुताबिक, घने कोहरे और धुंध की वजह से दिल्ली में ऐसे हालात बने हैं। सूरज की रोशनी ढक जाने से ठंड में कंपकंपी और ज्यादा बढ़ गई...
मौसम विभाग के मुताबिक, घने कोहरे और धुंध की वजह से दिल्ली में ऐसे हालात बने हैं। सूरज की रोशनी ढक जाने से ठंड में कंपकंपी और ज्यादा बढ़ गई है। दोपहर के वक्त भी लोगों को सर्दी महसूस हो रही है।
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में शनिवार सुबह हल्का कोहरा छाया रहा। न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत से 2 डिग्री अधिक है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, दिल्ली के मुख्य मौसम विज्ञान केंद्र सफदरजंग और पालम में सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई। कोहरे के कारण ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं और दिल्ली आने वाली 14 ट्रेन देरी से चल रही हैं। नई दिल्ली में बीते 27 दिसंबर से ही ठंड काफी बढ़ी हुई है। राजधानी के लोग बीते 9 दिनों से सूर्य की रोशनी के लिए तरस रहे हैं। मौसम जानकारों का कहना है कि 5 साल बाद इस तरह की स्थिति सामने आई है। इससे पहले 2019 में 12 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक सूर्य की रोशनी धुंध में ठकी रही।
मौसम विभाग के मुताबिक, घने कोहरे और धुंध की वजह से दिल्ली में ऐसे हालात बने हैं। सूरज की रोशनी ढक जाने के चलते ठंड से कंपकंपी और ज्यादा बढ़ गई है। दोपहर के वक्त भी लोगों को सर्दी महसूस हो रही है। ऐसी स्थिति में लोगों का काम-धाम भी काफी हद तक प्रभावित हुआ है। मौसम वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, 'साल-दर-साल ठंड में कुछ बदलाव होता रहता है। कुछ बरस ऐसे होते हैं जब शीतलहर का प्रकोप बढ़ जाता है और कभी-कभी कोहरे की जोरदार मार पड़ती है। कभी-कभी शीत दिवस लंबे खींच जाते हैं। इस बार 25 दिसंबर से ही नई दिल्ली में घने कोहरे की मार पड़ने लगी। इसके दो दिन बाद कोहरा और भी ज्यादा घना हो गया। यही वजह है कि पूरे शहर में शीत दिवस घोषित है और लोगों को सूरज के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं।'
दिल्ली के अलावा बाकी शहरों का भी ऐसा ही हाल
नई दिल्ली के अलावा एनसीआर के इलाकों में भी कुछ ऐसा ही हाल है। कई दिनों से लोगों को सूर्य की रोशनी नहीं मिली है जिससे ठिठुरने और ज्यादा बढ़ गई है। राष्ट्रीय राजधानी के अलावा लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, झांसी, वाराणसी तक यही स्थिति है। साथ ही हरियाणा, पंजाब में भी ऐसा ही बिगड़ा हुआ मौसम देखने को मिल रहा है। इन शहरों में लोग सूरज का दर्शन करने के लिए तरस जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का हाल भी कुछ ऐसा ही है। आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर और आसपास के जिलों में सूर्य की रोशनी ढकी हुई है। यहां बीच-बीच में दोपहर के वक्त कभी-कभार हल्की धूप देखने को मिल जाती है मगर ज्यादातर वक्त धुंध ही छाई रहती है। इसके अलावा, बादलों और बारिश ने भी मौसम काफी बिगाड़ दिया है।
जानें कब तक ठंड से राहत मिलने के आसार
भारत मौसम विभाग के अनुसार, 9 जनवरी तक ठंड की स्थिति यही रहने वाली है। हालांकि, अधिकतम तापमान जरूर 13 से 14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इस दौरान न्यूनतम तापमान 6 डिग्री से 8 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 8 जनवरी से सूर्य के दर्शन हो सकते हैं। इसके साथ ही ठंड से कुछ हद तक राहत भी मिलने की उम्मीद है। हालांकि, इस बीच बारिश की भी आशंका जताई गई है। माना जा रहा है कि हल्की से मध्यम बरसात होने के बाद आसमान कुछ हद तक साफ हो सकता है। ऐसे में लोगों को सूरज के दर्शन होने की संभावना है।