अनुसूचित परिचालन हवाई अड्डों की संख्या 2014 से पहले के 74 से बढ़कर आज 149 हो गई है नई दिल्ली. असल बात न्यूज़. कोविड - 19 महामारी से पहले , ...
अनुसूचित परिचालन हवाई अड्डों की संख्या 2014 से पहले के 74 से बढ़कर आज 149 हो गई है
कोविड-19 महामारी से पहले, भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में से एक था। छह साल की अवधि, यानि 2014-15 से 2019-20 के दौरान, भारतीय हवाई अड्डों पर कुल यात्री आगमन के संदर्भ में 12.4% की मजबूत दोहरे अंक वाली चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर दर्ज की गई थी। कोविड के बाद, भारतीय विमानन उद्योग फिर से विकास पथ पर है और पूर्व-कोविड की तुलना में 2022-23 के दौरान कुल यात्री आगमन में 96% की रिकवरी दर्ज की गयी है।
पिछले बारह महीनों में, दो ग्रीनफ़ील्ड हवाई अड्डे, गुजरात में राजकोट और कर्नाटक में शिवमोग्गा चालू हो गए हैं। इसके अलावा, त्रिची, अयोध्या, सूरत, चेन्नई, तेजू, कानपुर और पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवन विकसित किए गए हैं।
2014 से पहले, देश में 74 अनुसूचित परिचालन हवाई अड्डे थे और आज की तारीख में देश में 149 परिचालन हवाई अड्डे हैं।
यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।