Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


लोकसभा निर्वाचन की तैयारियां शुरू, ईवीएम और वीवीपैट मैशीन का प्रथम स्तरीय जांच शुरू, कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने ईवीएम और वीवीपैट मशीन के प्रथम स्तरीय जांच का अवलोकन किया

 कवर्धा कवर्धा, भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ रायपुर के निर्देशानुसार आगामी लोकसभा निर्वाचन अंतर्गत जिला स्तर पर ...

Also Read

 कवर्धा


कवर्धा, भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ रायपुर के निर्देशानुसार आगामी लोकसभा निर्वाचन अंतर्गत जिला स्तर पर ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपीएटी मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच 5 फरवरी से 14 फरवरी तक किया जाना है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री जनमेजय महोबे ने आज कृषि उपज मंडी में किए जा रहे ईव्हीएम व व्हीव्हीपेट मशीनों का फर्स्ट लेवल चेकिंग (एफएलसी) कार्य का अवलोकन किया।

कलेक्टर श्री महोबे ने प्रथम स्तरीय जांच कार्य में लगे इंजीनियरों एवं कर्मचारियों से जांच प्रक्रिया की पारदर्शिता के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने ईव्हीएम, व्हीव्हीपैट,  बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट की एफएलसी की पूरी प्रक्रिया का जायजा लिया। साथ ही स्ट्रांग रूम सहित अन्य कक्षों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को एफएलसी के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने एवं बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। अवलोकन के दौरान  उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री रितुराज सिंह बिसेन, डिप्टी कलेक्टर सुश्री आकांक्षा नायक, निर्वाचन सुपरवाईजर श्री चंद्राकर सहित इंजीनियर श्री पीवी प्रसाद और निर्वाचन से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री रितुराज सिंह बिसेन ने बताया कि राजनीतिक दलों की उपस्थिति में 5 फरवरी से सुबह 9 बजे से 7 बजे तक भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अधिकृत इंजीनियरों द्वारा ईव्हीएम मशीन का प्रथम स्तरीय जांच किया जा रहा है। इसमें 1 हजार 480 बैलेट यूनिट,  1 हजार 48 कंट्रोल यूनिट और 1 हजार 141 व्हीव्हीपैट की जांच की जाएगी। इनमें से 620 बैलेट यूनिट,  481 कंट्रोल यूनिट और 484 व्हीव्हीपैट की जांच की जा चुकी है। इन सभी प्रक्रियाओं की विड़ियोंग्राफी और वेबकांस्टिंग किया जा रहा है। जिसका भारत निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा मॉनिटरिंग भी की जा रही है।