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चंदूलाल चंद्राकार शासकीय मेडिकल कॉलेज दुर्ग को नहीं मिली है मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से मान्यता, उक्त संस्थाओं से महाविद्यालय में छात्रों को प्रवेश के लिए मिल गई है मान्यता

छत्तीसगढ़. असल बात न्यूज़.     दुर्ग जिले में स्थित शासकीय चंदूलाल चंद्राकार मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया और नेशनल मेडि...

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छत्तीसगढ़.

असल बात न्यूज़.  

 दुर्ग जिले में स्थित शासकीय चंदूलाल चंद्राकार मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया और नेशनल मेडिकल कमीशन से अभी तक मान्यता नहीं मिल सकी है.विधानसभा में दिए गए लिखित उत्तर में इसकी जानकारी सामने आई है. अब सवाल उठ रहा है कि उक्त संस्थाओं से मान्यता  नहीं मिलने पर यहां के विद्यार्थियों को डिग्री कैसे मिलेगी ?और उनकी डिग्री आखिर किस काम आने वाली है. और क्या इस तरह से यहां के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ तो नहीं हो रहा है.

 विधानसभा में वरिष्ठ सदस्य अजय चंद्राकर ने चंदूलाल चंद्राकार मेमोरियल शासकीय मेडिकल कॉलेज दुर्ग की वित्तीय भौतिक स्थिति की जानकारी के संबंध में सवाल पूछा था. इस पर जवाब देते हुए लोक स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने लिखित उत्तर में बताया कि वर्तमान में 30 नवंबर 2023 की स्थिति में चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल शासकीय मेडिकल कॉलेज दुर्ग को मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया एमसीआई अथवा नेशनल मेडिकल कमिशन एनएमसी से मान्यता  नहीं मिली है.

 विभाग के मंत्री श्री जायसवाल ने इस मेडिकल कॉलेज के बारे में जानकारी देते हुए आगे बताया कि  3 सितंबर 2021 को चंदूलाल चंद्राकार स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कचंदूर  दुर्ग का अधिग्रहण किया गया. मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया अथवा नेशनल मेडिकल कमिशन से बच्चों के एडमिशन की अनुमति मिली है. इसके पश्चात यहां शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 200 सीटों पर 186 एवं शैक्षणिक सत्र 2023 24 में 200 सीटों पर 200 छात्र अध्यनरत हैं. शासकीय तौर पर अधिग्रहण हो जाने के बाद महाविद्यालय में द्वितीय शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई चल रही है.

 इस सवाल पर कि 30 नवंबर 2021 की स्थिति में उच्च कॉलेज का मूल्यांकन कब-कब किया गया और इसके रिपोर्ट क्या क्या रहे क्या मूल्यांकन के आधार पर पूरा भुगतान कर दिया गया है. भुगतान नहीं किया गया है तो इसके क्या कारण हैं. उनमें से कितनी राशि कितने कार्यों पर व्यय की गई ? उसके जवाब में विभागीय मंत्री ने बताया कि महाविद्यालय के अधिग्रहण के पश्चात शासन स्तर से गठित समिति द्वारा मूल्यांकन रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया है. छत्तीसगढ़ शासन चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्रालय महानदी के आदेश के अनुसार महाविद्यालय का निर्धारण मूल्यांकन राशि 130.66 करोड रुपए का 1.15 गुणा 150.259 करोड रुपए मूल्यांकन निर्धारित किया गया है. चिकित्सा महाविद्यालय के पूर्व निजी प्रबंधन को आज तक 8,92,804 रुपए का भुगतान किया गया है. मनी उच्च न्यायालय बिलासपुर के निर्देश के परिपालन में शासन के निर्देशानुसार 36 करोड़ 95 लाख 94 हजार रुपए फिक्स डिपाजिट कर प्रकरण में अंतिम निर्णय होने तक के लिए सुरक्षित रख दी गई है तथा शेष राशि 24 करोड़ 192000 के भुगतान के संबंध में कार्रवाई प्रक्रिया अधीन है. इसके लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में 150.259 करोड रुपए का  प्रावधान किया गया है.

 इस सवाल पर कि इस चिकित्सा महाविद्यालय पर कितना और किस प्रकार का ऋण है के उत्तर में विभागीय मंत्री ने बताया कि चंदूलाल चंद्राकार स्मृति  शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कचादूर-दुर्ग पर अभी किसी प्रकार का ऋण नहीं है इस महाविद्यालय से चिकित्सालय में 835 बेड हैं. संस्था में कार्यरत अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने या भर्ती में छूट नहीं दी जा रही है.

 यह जानकारी सामने आ रही है कि यह शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शासन से आवंटित बजट की राशि को पूर्णतः खर्च करने में असफल रहा है. शासन के द्वारा इस महाविद्यालय को वित्तीय वर्ष 2021-22 में लगभग 48 करोड़ 37 लाख रुपए बजट बजट किया गया दो करोड़ 39 लख रुपए आहरित किया गया. इसी तरह से महाविद्यालय के लिए वर्ष 2022-23 में 94 करोड़ 76 लख रुपए आवंटित हुआ जिसमें से 78 करोड़ 45 लख रुपए आहरित किया गया. वर्ष 2023 24 के दौरान 48 करोड़ 72 लाख में से 19 करोड़  रुपए अब तक खर्च होने की जानकारी सामने आई है.

इस चिकित्सा महाविद्यालय व संबंध चिकित्सालय्यों में कार्यरत अधिकारी कर्मचारी संविदा प्लेसमेंट या दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों में से प्रथम श्रेणी के 128, द्वितीय श्रेणी के 122 तृतीय श्रेणी के 97 और चतुर्थ श्रेणी के 78 पद स्वीकृत है. इनमें से अभी क्रमशः 6575 85 और 76 पद रिक्त है. यही हाल इससे संबंधित चिकित्सालय को भी है जिसमें प्रथम श्रेणी के दो द्वितीय श्रेणी के पांच तृतीय श्रेणी के 216 और चतुर्थ श्रेणी के 313 पद रिक्त हैं.