दुर्ग . असल बात न्यूज़. सांसद विजय बघेल ने आज कहा है कि महतारी वंदन योजना से प्रदेश की लाखों महिलाओं को फायदा मिल रहा है.इस योजना से मह...
दुर्ग .
असल बात न्यूज़.
सांसद विजय बघेल ने आज कहा है कि महतारी वंदन योजना से प्रदेश की लाखों महिलाओं को फायदा मिल रहा है.इस योजना से महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेगी और अपनी छोटी-मोटी जरूरत को स्वयं पूरा कर सकेंगी.यह योजना प्रदेश की महिलाओं के लिए काफी खुशी लेकर आई है.इस योजना के लागू होने से उन्हें काफी खुशी है.
उन्होंने महतारी वंदन योजना के लांचिंग के अवसर पर दुर्ग में आयोजित विशाल महिला सम्मेलन में बोलते हुए उक्त बातें कहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजुअल रूप से जुड़ते हुए छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना को आज लांच किया. इस अवसर पर जिला, तहसील व ब्लॉक मुख्यालय स्तर पर महिला सम्मेलन के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे.
इसी अवसर आयोजित कार्यक्रम में आगे बोलते हुए सांसद विजय बघेल ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. महिलाएं आत्म निर्भर बने और बच्चे संस्कारवान बने, इसके लिए हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पार्टी के घोषणा पत्र का चुनाव प्रभारी बनाया था. इस दौरान उन्हें बिलासपुर, रायपुर और अंबिकापुर संभाग में 40 दिनों तक भ्रमण करने का अवसर मिला. उन्होंने घोषणा पत्र के मुद्दों के सुझाव लेने के लिए छोटे से लेकर बड़े उद्योगपति, कर्मचारी=अधिकारी, वकील =डॉक्टर खिलाड़ी=कलाकार, समाजसेवी बहनों सभी से मुलाकात की और उनके मन के बात को जानने समझने की कोशिश की. इस दौरान के लोगों की ओर से समाज में महिलाओ को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करने का भी सुझाव बड़ी संख्या में आया था. लोगों ने सुझाव दिया था कि हमारी माताएं बहिनी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होगी तो समाज का जो विकास होगा उसका स्वरूप अत्यंत सुंदर बन सकेगा. आज यह योजना लागू हो रही है तो इससे हमारी माताओ= बहनों में ही नहीं समाज के सभी वर्ग के लोगों में खुशी दिख रही है.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली जुड़कर आज छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना की शुरुआत की है ।
प्रधानमंत्री द्वारा योजना के 70 लाख 12 हजार 800 पात्र आवेदकों को 655 करोड़ 57 लाख रूपए की राशि डीबीटी के माध्यम से बटन दबाकर अंतरित की गई।