छत्तीसगढ़. असल बात न्यूज़. 00 लोकसभा चुनाव /एक्सक्लूसिव 00 अशोक त्रिपाठी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी फुल कॉन्फिडेंस म...
छत्तीसगढ़.
असल बात न्यूज़.
00 लोकसभा चुनाव /एक्सक्लूसिव
00 अशोक त्रिपाठी
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी फुल कॉन्फिडेंस में है, आत्मविश्वास से लबरेज दिख रही है,उसे बहुत कुछ हरा-हरा भी नजर आ रहा होगा. यहां विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिलने के बाद राजनीतिक गलियारे में सिनेरियो काफी कुछ बदल गया है.उस चुनाव के पहले तक 'कांग्रेस' अत्याधिक आत्मविश्वास में थी,भाजपा 'बैकफुट' पर थी.धान खरीदी पर बोनस देने के वादे को पूरा करने से जो माहौल बना दिख रहा था अथवा कहा जाए कि जो वातावरण तैयार किया गया था वह कांग्रेस को कतिपय तौर पर 'बलवान' बना रहा था,उससे, उसका मनोबल बढ़ा हुआ था. कहा जाता है कि राजनीति और खेल में कुछ मिनट में क्या स्थिति बदल जाएगी,कहा नहीं जा सकता.यह बातें छत्तीसगढ़ में साफ-साफ चरितार्थ होती नजर आई है. विधानसभा चुनाव के दौरान गली-गली मोहल्ला मोहल्ला शहर शहर जहां चारों तरफ कांग्रेस के बैनर,पोस्टर,होर्डिंग विज्ञापनों से पटा नजर आ रहा था,अब वह बिल्कुल नदारत है.हालात ऐसे हो गए हैं कि शायद ही कहीं कांग्रेस का बैनर,पोस्टर देखने को मिल जाए. शहर गांव अब,भाजपा के बैनर पोस्टर से पट गए हैं. लेकिन भाजपा ने पहले आघात को सहा है इसलिए वह इस बार संभल संभल कर सब चल रही है.पार्टी ने एंटीइनकंबेंसी की आशंका को खत्म करने के लिए सरकार बनने के साथ ही कुछ 'पर' कतर दिए हैं. सरकार को आक्रामकता के साथ नहीं संयम के साथ आगे चलाने की कोशिश की गई है. भाजपा,यह भी मानकर चल रही होगी की महतारी वंदन योजना से उसकी पूरी 'बल्ले-बल्ले' हो जाएगी. लेकिन यह ध्यान रखना होगा कि लोकसभा चुनाव में कहीं कुछ स्थिति बिगड़ी तो भाजपा को ही 'खोना' पड़ेगा.छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास 9 लोकसभा सीटे हैं तो कांग्रेस के पास सिर्फ दो सीट. कांग्रेस दो से आगे बढ़ी तो उसे मिलेगा ही मिलेगा, भाजपा की 9 से कम सीट हुई तो उसकी सीट का कम होगी. फिलहाल भाजपा तो छत्तीसगढ़ में 11 की 11 सीटे जीतने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस भी दावा करने में कहीं पीछे नहीं है. अभी यहां चुनाव में दुर्ग जिला राजनांदगांव कोरबा लोकसभा क्षेत्र सबसे अधिक चर्चाओं में है.
चुनाव की तारीखों के अभी घोषणा नहीं हुई है लेकिन छत्तीसगढ़ में मुख्य राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. भारतीय जनता पार्टी ने यहां सभी लोकसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है तो वही आर्टिकल लिखे जाने तक कांग्रेस ने 6 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है. भाजपा नहीं इस बार एक मंत्री सहित दो सांसदों को चुनाव मैदान उतारा है जबकि अन्य सांसदों को टिकट से वंचित कर दिया गया है. हालांकि वह अपने दो सांसदों को पहले ही विधानसभा चुनाव लडाकर छत्तीसगढ़ राज्य की राजनीति में लेकर आ गई है. इसी तरह से कांग्रेस दो विधायकों को लोकसभा की टिकट दे दी है. ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजनांदगांव लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है तो वहीं पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया भी लोकसभा के चुनाव मैदान में उतारे गए हैं.