रायपुर . असल बात न्यूज़. केंद्रीय माल एवं सेवा कर, रायपुर आयुक्तालय ने फर्जी फर्मों से करोडो रु का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के ...
रायपुर .
असल बात न्यूज़.
केंद्रीय माल एवं सेवा कर, रायपुर आयुक्तालय ने फर्जी फर्मों से करोडो रु का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के आरोप में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. जानकारी सामने आई है कि आरोपियों ने फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट पास करने के लिए कई फर्जी फ़र्में बना रखी है.जीएसटी कानून लागू होने के बाद से फर्जी बिलिंग के मामलों में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
विभाग से इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार विशेष खुफिया जानकारी और डेटा विश्लेषण के आधार पर यह पता चला कि फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट पास करने के लिए कई फर्जी फ़र्में बनाई गई हैं। व्यापक निगरानी के बाद 04.05.2024 को सर्वेश कुमार पाण्डेय नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जिसने बड़ी संख्या में फर्जी फर्मों से 70 करोड़ से अधिक का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया था ।
इस मामले में आगे जांच करने पर पता चला कि दीपक कुमार मिश्रा नाम का एक अन्य व्यक्ति जो कि मेसर्स दीपक एंटरप्राइजेज, रायपुर का मालिक है तथा जो सर्वेश कुमार पाण्डेय के ब्रोकर के रूप में काम करता था; वह भी इसी तरह की गतिविधियों में लिप्त है। यह पाया गया कि उसने सात ऐसे फर्मों से 5.73 करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया है, जो कि अस्तित्व में नहीं हैं । तथ्यों और साक्ष्यों के सामने आने पर दीपक कुमार मिश्रा ने कई अन्य फ़र्मों से फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने की बात स्वीकार की।
तदनुसार, केंद्रीय जीएसटी की टीम द्वारा दीपक कुमार मिश्रा को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69(1) के तहत 21.06.2024 को गिरफ्तार किया गया और अदालत में पेश किया गया और माननीय सीजेएम अदालत ने आरोपी की न्यायिक हिरासत मंजूर कर ली है।
सीजीएसटी रायपुर कर चोरों के खिलाफ और विशेष रूप से फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल करदाताओं के खिलाफ सख्त प्रवर्तन कार्रवाई कर रहा है। इन गिरफ्तारियों के साथ, जीएसटी कानून लागू होने के बाद से फर्जी बिलिंग के संबंध में सीजीएसटी रायपुर आयुक्तालय द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की कुल संख्या बढ़कर 18 हो गई है।