भिलाई’’ भिलाईनगर। नगर निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय में सभी जोन के किटनाशक दवाई का छिड़काव करने वाले मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारियो को ट्रेनिंग ...
भिलाई’’
भिलाईनगर। नगर निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय में सभी जोन के किटनाशक दवाई का छिड़काव करने वाले मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारियो को ट्रेनिंग दी गई। जिला मलेरिया अधिकारी चंद्रभान सिंह बंजारे द्वारा किटनाशक दवाओ का छिड़काव करने वाले कर्मीयो को बताया कि किस प्रकार से दवाओ का छिड़काव करना चाहिए। छिड़काव कितने उॅचाई पर किस प्रकार से दिशा अनुसार हवा का रूख देखकर करना चाहिए।
कौन सी दवा, किस समय, किस चरण में, कैसे डालने से, जल जनित बिमारियो को रोकने के ज्यादा कारगार होगी। 1. किंगफाक औषधि व्हीकल माउंटेण्ड एवं हेण्डसेट फागिंग मशीन से घुआं छिड़काव प्रति लीटर डीजल में 10 एम.एल। 2. मलेरिया आईल मच्छर लार्वा उन्मूलन हेतु क्षेत्र में स्थित पक्की/कच्ची नालियो, गढडों, डबरा में जहां पानी का जमाव रहता है आवश्यकतानुसार। 3. बराकी जी.आर लार्वा विनिष्टीकरण पानी जमाव स्थल में चुटकी भर व दानेदार। 4. लेम्ब्डा साईहलोथ्रिन व्यस्क मच्छरों के बढ़ते धनत्व के नियंत्रण हेतु 1 लीटर पानी में 12.5 एम.एल. घर के अंदर बाहर स्प्रे पम्प द्वारा। 5. मैलाथियान किटनाशक दवाई का विनिष्टिकरण हेतु स्पे्र पम्प से छिड़काव। 6. टेमीमास मच्छर लार्वा विनिष्टिकरण 1 लीटर पानी में 2.5 एम.एल. स्प्रे से छिड़काव। 7. चूना एवं ब्लीचिंग पावडर नाली सफाई उपरांत ब्लीचिंग पावडर और चूना पावडर मिश्रण का छिड़काव 4 किलो चूना में 1 किलो ब्लीचिंग पावडर का मिश्रण। 8. सोडियम हाइपो क्लोराईड सेनिटाजिंग कार्य हेतु प्रति लीटर पानी में 10 एम.एल.। 9. ब्लीचिंग पावडर बोरिंग एवं पानी टंकी में पानी की जलशुद्विकरण आवश्यकतानुसार 20 लीटर पानी लगभग 0.5 ग्राम के हिसाब से। 10. क्लोरिन टेबलेट पीने का पानी का जलशुद्विकरण 20 लीटर पानी में 0.5 ग्राम एक टेबलेट के हिसाब से उपयोग मंे लाना चाहिए। इस प्रकार से पूरा मिश्रण बना करके सही ढंग से बनाकर छिड़कने का ट्रेनिंग दिया गया।
निगम स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा द्वारा स्वास्थ्य कर्मीयो से प्रेक्टिकल करवा कर भी देखा गया। उनके द्वारा किस प्रकार से छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही यह भी जानकारी दिया गया, उन्हे स्वयं के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए। जिसमें प्रमुख रूप से अपने कोई भी कैमिकल का छिड़काव करने से पहले अपने हांथो को साबून से धोना, ग्लबस पहनना, मास्क लगाना, गंबूट पहनना इत्यादि।
शहरी कार्यक्रम प्रबंधक तुसार वर्मा ने बताया मलेरिया के लार्वा मारने के लिए कुलर के टंकी में पहले दवा डालें 3 घंटे तक रोक के रखे, उसके बाद उसे खाली जमीन पर डाल दे, नाली में मत डालेे। टंकी सुखने के बाद ही पानी भरना चाहिए, इससे लार्वा पुरी तरह से नष्ट हो जायेगा।
प्रशिक्षण के दौरान निगम के जोन स्वास्थ्य अधिकारी वी के सैमुअल, के.के.सिंह, अंकित सक्सेना, अनिल मिश्रा, सुदामा परगनिया, श्री साहनी, अंजनी सिंह आदि उपस्थित रहे।