भिलाई भिलाई, फाइट द बाइट अभियान के अंतर्गत नगर निगम भिलाई के अधिकारी रविवार के दिन प्रत्येक वार्ड में जाएंगे। वार्ड के पार्षद, जनप्रतिनिधिय...
भिलाई
भिलाई, फाइट द बाइट अभियान के अंतर्गत नगर निगम भिलाई के अधिकारी रविवार के दिन प्रत्येक वार्ड में जाएंगे। वार्ड के पार्षद, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं , नागरिकों के सहयोग से फाइट द बाइक अभिय अभियान चलाएंगे। जोन कमिश्नर अपने दल के साथ सबके सहयोग से घर-घर जाएंगे। प्रत्येक घर में ड्राई डे मनाएंगे। विशेषज्ञों के अनुसार एक मादा मच्छर पहले अंडे देता है। अंडे से लार्वा बनता है। उसके उसके बाद मच्छर जन्म लेते हैं। यह मच्छर हवा में उड़कर के हजारों लोगों को काटते हैं। जिससे डेंगू जैसे बीमारी हो जाती है। हमें इन्हीं को पनपने से रोकता है। प्रत्येक रविवार को नगर निगम भिलाई सामूहिक अभियान चला रहा है।
हमें क्या सावधानी करना चाहिए,
1.कुलर का पानी हर तीसरे दिन बदल देना है।2, टंकी सुखाकर ही पूरा पानी भरना है। 3. घर के पानी को ठीक ढंग से ढक कर रखना है। 4.प्रत्येक तीसरे दिन पानी बदल देना है।5. छत , छप्पर, खपरैल, पर जहां कहीं भी मौजूदा स्थिति में पानी जमा होने की संभावना हो उसे खाली कर देना है। 6. प्लास्टिक ड्रम, नारियल का खोल, गमला में पानी जमा होने नहीं देना है।
7.अपने आसपास बारिश का पानी इकट्ठा नहीं होने देना है। 8. पानी जमा होने वाले बर्तन को पलट कर रखना है। 9. जहां पर भी पानी का जमा हो वहां पर जला तेल, निगम से मिली दवाई डाल देना है। जानकारी के अनुसार एक मादा मच्छर 100 से 300 अंडे देती है। एक मच्छर अपने 35 दिन के जीवन में चार से पांच बार अंडे देती है। एक मच्छर 1000 संक्रमण करने वाला मच्छर पैदा करता है। बचाव से ही सुरक्षा है। जिला मलेरिया उन्मूलन विभाग, मितानिन बहानें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी, प्रत्येक रविवार को घर-घर भ्रमण कर रहे हैं। पिछले रविवार को 6341 घर भ्रमण किए थे। 1290 कुलर खाली करवाए थे। 18 घरों में लार्वा मिला था। डेंगू के मरीज कहीं पर भी नहीं मिले थे। नगर निगम भिलाई सभी नागरिकों से अपील है कि फाइट द बाइट बाईट अभियान में सहयोग करें।
इसी के साथ ही नगर निगम भिलाई के अधिकारी कर्मचारी कैच द रेन अभियान चल रहे हैं । रेन वाटर हार्वेस्टिंग घरों में, कॉलोनी में, हाउसिंग सोसाइटी में, जाकर करवा रहे हैं। हम सब लोग मिलकर के ही कैच द रेन अभियान चलाकर पानी को संरक्षित कर सकते हैं। जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है । जनसंपर्क विभाग, नगर निगम भिलाई