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माता- पिता की मदद करने मजदूरी पर गई युवती लू की चपेट में इलाज के दौरान मौत

  बिलासपुर. जिले का तापमान भले ही कम हो गया है, लेकिन उमस भरी गर्मी से लोगों को अभी भी राहत नहीं मिली है. लोग अभी भी लू की चपेट में आकर बीम...

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 बिलासपुर. जिले का तापमान भले ही कम हो गया है, लेकिन उमस भरी गर्मी से लोगों को अभी भी राहत नहीं मिली है. लोग अभी भी लू की चपेट में आकर बीमार पड़ रहे हैं. वहीं छोटी सी लापरवाही उनकी जान ले रही है. ऐसा ही एक मामला बिलासपुर में सामने आया है. गर्मी की छुट्टी में युवती अपने मजदूर माता- पिता की मदद करने मजदूरी पर गई. इस दौरान वह लू की चपेट में आ गई. सिम्स में इलाज के दौरान कुछ घंटों में ही युवती की मौत हो गई. सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

सिविल लाइन क्षेत्र के धुरीपारा निवासी कविता भार्गव पिता लैनदास भार्गव (20 वर्ष) 12वीं की परीक्षा पास की थी. उसके माता-पिता मजदूरी का काम करते हैं. गर्मी की छुट्टी चलने के कारण युवती ने अपने माता-पिता की मदद करना तय किया. वहीं उनके साथ मजदूरी पर जाने लगी. 15 जून को माता-पिता के साथ युवती दिनभर मजदूरी करती रही. इस दौरान तेज धूप व उमस की वजह से वह लू की चपेट में आ गई. तबीयत खराब होने पर युवती घर में आराम करने लगी. अगले दिन भी उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ. ऐसे में निजी डॉक्टर से दवा लेकर युवती खा रही थी, लेकिन रविवार की रात अचानक उसकी हालत गंभीर हो गई. परिजनों ने उसे तत्काल सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान देर रात युवती की मौत हो गई. सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द किया गया.



घर में थी सबसे लाडली

युवती की मौत के बाद पूरा परिवार बिखर गया. घर में वह सबकी लाडली थी. पढ़ाई कर युवती सरकारी नौकरी करना चाहती थी, ताकि उसके मजदूर माता- पिता का सहारा बन सके. परिवार वालों ने उसे मजदूरी करने से मना भी किया, लेकिन माता-पिता की मदद करने वह मजदूरी करने लगी थी.

2 घंटे की ओपीडी में 128 मरीज

सोमवार को शासकीय अवकाश के दिन सिम्स में सुबह 9 से 11 बजे तक दो घंटे की ओपीडी थी. इस दौरान भी लू व गर्मी से बीमार हुए 128 मरीज सिम्स पहुंचे. डॉक्टरों ने इन मरीजों का उपचार कर सावधानी बरतने की सलाह दी. वहीं खाली पेट भूलकर भी धूप में नहीं जाने की चेतावनी भी दी गई.