नए आपराधिक कानून ‘जीवन को आसान’ बनाएंगे, जिससे नागरिक राष्ट्र की प्रगति एवं विकास में योगदान देंगे: केंद्रीय विधि मंत्री नई दिल्ली. असल बा...
नए आपराधिक कानून ‘जीवन को आसान’ बनाएंगे, जिससे नागरिक राष्ट्र की प्रगति एवं विकास में योगदान देंगे: केंद्रीय विधि मंत्री
केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सीबीआई अकादमी में आयोजित अलंकरण समारोह में 39 सीबीआई अधिकारियों/कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) तथा सराहनीय सेवा के लिए भारतीय पुलिस पदक (आईपीएम) प्रदान किया।इस अवसर पर पदक विजेताओं और उनके परिवारों को बधाई देते हुए श्री मेघवाल ने कहा कि सी बी आई की जांच भी सबसे अच्छी होती है, जो सीबीआई द्वारा जांच किये गए मामलों की उच्च सजा दर से परिलक्षित होती है। श्री मेघवाल ने जोर देकर कहा कि सीबीआई को सही मायने में सर्वश्रेष्ठ जांच एजेंसी माना जाता है, जो जटिल और संवेदनशील मामलों में विभिन्न हितधारकों द्वारा हर समय सीबीआई जांच की मांग से परिलक्षित होता है।
नए आपराधिक कानूनों पर चर्चा करते हुए श्री मेघवाल ने कहा कि ये कानून नागरिकों के लिए बड़े पैमाने पर जीवन को आसान बनाएंगे। ये कानून न्याय प्रदान करने में तेजी लाएंगे और मुकदमे के दौरान सभी हितधारकों के लगने वाले महत्वपूर्ण समय में बचत करेंगे। मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह राष्ट्र के लिए अत्यधिक लाभदायक साबित होगा, क्योंकि ऊर्जा का समाज के विकास की प्रक्रिया में उपयोग होगा, जिससे अंततः देश उच्च प्रगति की ओर जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत कुछ वर्ष पहले के 11वें स्थान से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया में सुधार, आने वाले कुछ वर्षों में भारत को तीसरे स्थान पर ले जाने के प्रयास और लक्ष्य में योगदान देगा।
श्री मेघवाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की भारत की प्रगति की परिकल्पना के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत 21वीं सदी में वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि 19वीं सदी में यूरोप ने प्रगति की, जिसका नेतृत्व इंग्लैंड ने किया, जबकि 20वीं सदी में अमेरिका ने प्रगति की, जिसका नेतृत्व संयुक्त राज्य अमेरिका ने किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 21वीं सदी एशिया की होगी, जिसका नेतृत्व भारत करेगा। स्वामी विवेकानंद की भविष्यवाणी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अपने विभिन्न मापदंडों के कारण इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए तैयार है।
अपने स्वागत भाषण में, सीबीआई के निदेशक श्री प्रवीण सूद ने पदक प्राप्तकर्ताओं की सराहना की और कहा कि उन्होंने अपनी पेशेवर कड़ी मेहनत, सहनीयता और दृढ़ता के कारण यह उपलब्धि हासिल की है, जिससे सीबीआई को बहुत सम्मान मिला है। उन्होंने पदक प्राप्तकर्ताओं के परिवार के सदस्यों को भी बधाई दी। इस अवसर पर, श्री सूद ने जोर देकर कहा कि सीबीआई और कानून मंत्रालय जांच के साथ-साथ अधिक कुशल अभियोजन को प्राथमिकता देने के लिए तालमेल और आपसी सहयोग के वातावरण में काम कर रहे हैं। सीबीआई निदेशक ने बल देकर कहा कि सीबीआई की भूमिका समय बीतने के साथ विकसित हो रही है,
निम्नलिखित अधिकारियों/कर्मचारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) प्रदान किया गया:
1. श्री विप्लव कुमार चौधरी, आईपीएस, संयुक्त निदेशक, एससीजेड, सीबीआई, नई दिल्ली (अब संयुक्त निदेशक, दिल्ली जोन, सीबीआई);
2. श्री शरद अग्रवाल, आईपीएस, संयुक्त निदेशक, एसटीजेड, सीबीआई, नई दिल्ली (अब विशेष आयुक्त, दिल्ली पुलिस);
3. श्री वीरेंद्र मोहन मित्तल, एसपी, एसीबी, सीबीआई, नई दिल्ली;
4. श्री सत्य नारायण जाट, एडिशनल एसपी, एसीबी, सीबीआई, जयपुर (अब एचओबी, एसीबी, रायपुर);
5. श्री महर्षि रे हाजोंग, एएसपी, सीबीआई, बीएसएफबी, कोलकाता;
6. श्री थंगलियान मांग एम, एडिशनल एसपी, एससी-I, सीबीआई, नई दिल्ली (अब एएसपी, सीबीआई, एसीबी, अगरतला);
7. श्री नीलांबर नारायणन श्रीकृष्णन, डीएसपी, सीबीआई, एसयू, चेन्नई;
8. श्री राजेश्वर सिंह राणा, एसआई, सीबीआई, आईपीसीयू, नई दिल्ली; (अब इंस्पेक्टर, सीबीआई, जबलपुर)
9. श्रीमती गीता पॉल, एसआई, सीबीआई, ईओबी, कोलकाता (अब इंस्पेक्टर, ईओबी, कोलकाता);
10. श्री गौतम चंद्र दास, हेड कांस्टेबल, एसीबी, सीबीआई, भुवनेश्वर (अब सेवानिवृत्त)
निम्नलिखित अधिकारियों/कर्मचारियों को सराहनीय सेवा के लिए भारतीय पुलिस पदक (आईपीएम) प्रदान किया गया:
11. श्री प्रवीण मंडलोई, पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसयू, नई दिल्ली;
12. श्री राजबीर सिंह, एएसपी, सीबीआई, एसीबी, इम्फाल (अब एसपी, सीबीआई, एससी.III, नई दिल्ली);
13. श्री राज मोहन चंद, वरिष्ठ लोक अभियोजक, सीबीआई, एसी-VI/एसआईटी, नई दिल्ली (अब डीएलए, दिल्ली जोन);
14. श्री सुरेश कुमार, वरिष्ठ पीपी, सीबीआई, एससीबी, चंडीगढ़;
15. श्री डार्विन के जे, उप एसपी, सीबीआई, ईओबी, चेन्नई (अब एएसपी, सीबीआई, एसीबी, चेन्नई);
16. श्री. जावेद अख्तर अली, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, गाजियाबाद (अब एएसपी, सीबीआई अकादमी, गाजियाबाद);
17. श्री कुमार अभिषेक, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसयू, नई दिल्ली (अब एएसपी, सीबीआई, एसयू, नई दिल्ली);
18. श्री मनोज कुमार, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, नीति प्रभाग, नई दिल्ली (अब एएसपी, सीबीआई, नीति प्रभाग);
19. श्री जगरूप सिंह, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, चेन्नई (अब सेवानिवृत्त);
20. श्री गिरीश सोनी, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, पुणे;
21. श्री जगदेव सिंह यादव, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, जयपुर (अब डीएसपी, एसीबी, गुवाहाटी);
22. श्री मुकेश कुमार, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई अकादमी, गाजियाबाद (अब डीएसपी, एसी.III, नई दिल्ली);
23. श्री अजय कुमार मिश्रा, डीएसपी, सीबीआई, एसीबी, गाजियाबाद;
24. श्री टी. संतोष कुमार, डीएसपी, सीबीआई, एसीबी, चेन्नई;
25. श्री. अनिल बिष्ट, डीएसपी, सीबीआई, सतर्कता प्रकोष्ठ, नई दिल्ली;
26. श्री मुन्ना कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक, सीबीआई, बीएसएफबी, नई दिल्ली (अब डीएसपी, सीबीआई, बीएसएफबी, दिल्ली);
27. श्री तेजवीर सिंह, पुलिस निरीक्षक, सीबीआई अकादमी, गाजियाबाद;
28. श्री राकेश कुमार शर्मा, एएसआई, सीबीआई, एसयू, नई दिल्ली;
29. श्री किशोर कुमार, एएसआई, सीबीआई, ईओ-II, नई दिल्ली;
30. श्री किशन चंद, एएसआई, सीबीआई, एसी-VI/एसआईटी, नई दिल्ली (अब एएसआई, सीबीआई, एसी-III, नई दिल्ली);
31. श्री जगदीश चौधरी, हेड कांस्टेबल, सीबीआई, एससीबी, पटना (अब सेवानिवृत्त);
32. श्री जाहर लाल नायक, हेड कांस्टेबल, सीबीआई, एसीबी, कोलकाता, (अब एएसआई, सीबीआई, एससीबी, कोलकाता);
33. श्री इचिक्कमंदनाथ वर्गीस पॉलोज, हेड कांस्टेबल, सीबीआई, एसीबी, बेंगलुरु;
34. श्री देबदत्त मुखर्जी, हेड कांस्टेबल, सीबीआई, एससीबी, कोलकाता (अब सेवानिवृत्त);
35. श्री हरदेव सिंह, एचसी, सीबीआई, बीएसएफबी, नई दिल्ली (अब एएसआई, सीबीआई, एसी.III, नई दिल्ली);
36. श्री चंद्र शेखर जोशी, कांस्टेबल, सीबीआई, एचओ, नई दिल्ली;
37. श्री सतीश कुमार, कांस्टेबल, सीबीआई, एसीबी, चंडीगढ़;
38. श्री अनूप मैथ्यूज, कार्यालय अधीक्षक, सीबीआई, एसी-I, नई दिल्ली और
39. श्रीमती नारायणन मीनाक्षी, एसजी-I, सीबीआई, चेन्नई जोन, चेन्नई (अब पीएस, सीबीआई, एसीबी, चेन्नई)
इस अवसर पर विधि एवं न्याय मंत्रालय के विधिक कार्य विभाग के सचिव डॉ. राजीव मणि भी विधि एवं न्याय मंत्रालय, सीबीआई और अन्य विभागों/स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित थे। पदक विजेताओं के लगभग 90 परिवार-सदस्य भी उपस्थित थे।