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इंटेक दुर्ग-भिलाई अध्याय द्वारा "विश्व विख्यात योग : भारत की अमूल्य धरोहर" विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन

   भिलाई. असल बात news.    इंटैक दुर्ग-भिलाई अध्याय ने स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में योग की महत्ता से य...

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भिलाई.

असल बात news.   

इंटैक दुर्ग-भिलाई अध्याय ने स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में योग की महत्ता से युवा पीढ़ी को परिचित करने के उद्देश्य से निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। “स्वयं और समाज के लिये योग” तथा "विश्व विख्यात योग : भारत की अमूल्य धरोहर" विषयों पर आयोजित इस प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने विचारों को अभिव्यक्त किया।

इंटैक दुर्ग-भिलाई अध्याय की संयोजिका डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को योग के महत्व से जागरूक करना है तथा इस वर्ष की थीम “स्वयं और समाज के लिये योग” के अनुरूप उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। योग भारत की प्राचीन विधा है और यह पूरे विश्व में लोकप्रिय हो रहा है। 

महाविद्यालय से राष्ट्रीय सेवा योजना, कार्यक्रम अधिकारी, श्रीमती संयुक्ता पाढ़ी ने कहा इस निबंध  प्रतियोगिता से युवा पीढ़ी को योग के महत्व के प्रति जागरूक करना है। छात्रों को योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। 

महाविद्यालय से कार्यक्रम संयोजिका डॉ. मंजू कनोजिया ने कहा कि योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य और आत्मिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे नियमित रूप से योग का अभ्यास करें। निबंध प्रतियोगिता में महाविद्यालय से 42 विद्यार्थियों ने भाग लिया। 

निबंध का मूल्यांकन डॉ. लीना साहू, जिलाधिकारी, रासेयो, बालोद, तथा श्रीमती रीता गिरी, कार्यक्रम अधिकारी, रासेयो शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला द्वारा किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बाबाई बिश्वास ने निबंध में लिखा है कि योग महर्षि पतंजलि द्वारा प्रतिपादित एक प्राचीन विज्ञान है जिसमे योग के आठ अंग हैं - यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि। योग का अभ्यास करने से इन सभी अंगों का विकास होता है, जिससे व्यक्ति शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से स्वस्थ रहता है। द्वितीय स्थान मनमीत लूथरा, बीएड तृतीय सेमेस्टर ने लिखा है कि योग भारत की अमूल्य धरोहर है। योग न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो रहा है। योग सभी उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है और इसे आसानी से घर पर भी अभ्यास किया जा सकता है। तृतीय स्थान दुर्गेश्वरी, बीएड तृतीय सेमेस्टर ने लिखा है कि योग हमें शारीरिक रूप से मजबूत और स्वस्थ बनाता है, जिससे हमें आत्मविश्वास प्राप्त होता है, साथ ही मानसिक रूप से शांत और तनावमुक्त रहने में मदद करता है, जिससे हम जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होते हैं। 

यह निबंध प्रतियोगिता सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और इसने छात्रों में योग के प्रति जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निश्चित रूप से “स्वयं और समाज के लिये योग” को चरितार्थ करते हुए प्रत्येक युवा अपने परिवार और आस-पास को योग हेतु प्रेरित करेगा तथा भारत की अमूल्य धरोहर योग विश्वभर में स्वस्थ जीवन का आधार बनेगा।