Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


बारिश की आहट से निगम का बाढ़ नियंत्रण एवं आपदा प्रकोष्ठ हुआ एक्टिव, महापौर एवं आयुक्त ने दिए निर्देश,मानसून को दृष्टिगत रखते हुए बाढ़ एवं आपदा की स्थिति में सभी इंजीनियर रहें अलर्ट

 दुर्ग दुर्ग जुलाई।नगर पालिक निगम।मानसून सत्र को दृष्टिगत रखते हुए बाढ़ एवं आपदा की स्थिति में प्रबंधन हेतु महापौर धीरज बाकलीवाल एवं कमिश्नर...

Also Read

 दुर्ग


दुर्ग जुलाई।नगर पालिक निगम।मानसून सत्र को दृष्टिगत रखते हुए बाढ़ एवं आपदा की स्थिति में प्रबंधन हेतु महापौर धीरज बाकलीवाल एवं कमिश्नर लोकेश चन्द्राकर द्वारा तत्परता दिखते हुए बरसात के आगमन होते ही बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ को  सक्रिय होने का निर्देश दिया है क्योकि नगर निगम क्षेत्र के निचली बस्तियों में पानी भरने की संभावना बनी रहती है।महापौर एवं आयुक्त ने सभी इंजीनियरो को अलर्ट रहने के निर्देश दिये है।निगम क्षेत्र के निचली बस्तियों में पानी ना भरे उसके बचाव के लिए महापौर एवं आयुक्त ने सभी इंजीनियर्स एवं स्वास्थ्य अमले को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।बढ़ सभी इंजीनियर्स एवं स्वच्छता अमला को अलर्ट रहने के निर्देश दिये।बढ़ नियंत्रण कक्ष नगर निगम दुर्ग के मुख्यकार्यालय में 24 घंटे संचालित हो।महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा आयुक्त लोकेश चन्द्राकर से चर्चा कर आपात बैठक बुलाने और जलभराव क्षेत्र सहित नगर निगम टीम को अलर्ट रखने के निर्देश दिए गए।नगर निगम आयुक्त ने निगम अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई जो कि शाम 6 बजे सम्पन्न हुई। बैठक में निगम मेंअधिकारी/ कर्मचारियों की टीम बनाई गई है जो अलर्ट मोड पर होगी। निगम ने भारी वर्षा को ध्यान रखते हुए कंट्रोल रूम भी बनाया है जिसमें आपात स्थिति में 24 घंटे संपर्क किया जा सकेगा। निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर के निर्देश में तेज वर्षा को ध्यान में रखते हुए वार्डो के गलियों,मोहल्ला, निचली बस्तियों में मच्छर उन्मूलन एवं जलजनित मौसमी बिमारियों से बचाव हेतु लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।आयुक्त ने अधिकारी कर्मचारियों को निर्देश देते हुए बताया कि तेज वर्षा को ध्यान रखते हुए निचली बस्तियों एवं जल भराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण कर बरसाती पानी जमा होने से एवं पानी से फैलने वाले जलजनित बिमारियों से बचने नागरिकों को अपने घरों के कुलर, पुराने टायर, टंकी, ड्रम, पुराने मटके इत्यादि को खाली रखने कहा जाए। चूंकि साफ पानी में ही मच्छरों का प्रजनन होने से अण्डा देता है जिससे लार्वा बनता है और उल्टी,दस्त, पीलिया,डायरिया जैसे बिमारियां फैलते हैं।महापौर धीरज बाकलीवाल एवं आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने नागरिकों से अपील की है कि बरसात के दिनों में होने वाले मौसमी बिमारियों से अपने एवं अपने परिवारजनों को बचाये साथ ही मैलाथियान दवाई एवं जला आईल का छिड़काव भी करे। इससे बचने के लिए घर-घर जाकर दवाई का वितरण

करना,घरो को चेक करना, प्रत्येक जोन में विशेष दल गठित कर रखना जो आवश्यकता पड़ने पर मुस्तैद रहे।बैठक के समय एमआईसी प्रभारी अब्दुल गनी कार्यपालन अभियंता दिनेश कुमार नेताम,सहायक अभियंता गिरीश दीवान,संजय ठाकुर, सहायक अभियंता वीपी मिश्रा,उपअभियंता विनोद मांझी स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली,सुरेश केवलानी विकास दमाहे, राजेंद्र धबाले, प्र.बाजार अधिकारी ईश्वर वर्मा,पंकज साहू,हरिशंकर साहू उपस्थित रहे।