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स्वरूपानंद महाविद्यालय में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रम का आयोजन

  भिलाई. असल बात news.    स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय ,हुडको ,भिलाई में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर विचारों की अभिव्यक्ति ...

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भिलाई.

असल बात news.   

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय ,हुडको ,भिलाई में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर विचारों की अभिव्यक्ति एवं विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गयाl कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए संयोजिका डॉ सावित्री शर्मा, प्रोफेसर ,शिक्षा विभाग एवं प्रभारी कला विभाग ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है lइसका उद्देश्य समाज में बढ़ती जनसंख्या के प्रति जागरूकता फैलाना एवं उन्हें परिवार नियोजन, लैंगिक समानता और प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर जागरूक कराना है lइस वर्ष की थीम है-- "किसी को पीछे ना छोड़े ,सभी की गिनती करें" यह थीम यह सुनिश्चित करती है कि सभी को जनगणना में उचित प्रतिनिधित्व मिले l

कार्यक्रम की सराहना करते हुए महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा एवं डॉ मोनिशा शर्मा ने कहा यह दिवस् सतत विकास के लिए सभी को शामिल करने पर केंद्रित हैl इसमें महिलाओं के स्वास्थ्य और अधिकारों में असमानताओं को दूर करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है, जिसका उद्देश्य जनसंख्या संबंधी मुद्दों की तत्कालिकता और महत्व पर ध्यान केंद्रित करना हैl

 महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंस शुक्ला ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या देश की उन्नति में बड़ी बाधा हैl आज हमें यह सुनिश्चित करना ही होगा कि हमारे आने वाली पीढ़ियां भी उन विशेषाधिकारों और संसाधनों का आनंद ले सके जिसे हम अभी उपभोग कर रहे हैं lसंसाधन स्थिरता को लेकर सामाजिक विकास तक बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए जनसंख्या प्रवृत्तियों के प्रति जागरूक करना अति महत्वपूर्ण हैl उन्होंने रामायण एवं महाभारत के प्रसंग के माध्यम से जनसंख्या संतुलन पर विशेष प्रकाश डाला की किस तरह प्रकृति भी जनसंख्या संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है lउन्होंने युवाओं को विवेकानंद के ब्रह्मचर्य पालन संदेश को अपनाने के लिए प्रेरित किया एवं कहा कि समाज में अनेक ऐसी रोल मॉडल महिलाएं हैं जिन्होंने निर्धन, अनाथ बच्चों को गोद लेकर इस जनसंख्या नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उन्होंने कहा कि " विकसित भारत की पहचान, परिवार नियोजन हर दंपति की शान" इस संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के लिए महाविद्यालय कृत संकल्प हैl उल्लेखनीय है कि महाविद्यालय की कल्पतरु सेवा समिति परिवार कल्याण एवं जनसंख्या नियंत्रण हेतु उत्कृष्ट कार्य कर रही है l


डॉ मंजू कनौजिया  ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है l

डॉ शमा बैग, विभागअध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी ने  बताया कि जो जनसंख्या 2050 तक होनी थी, उसे हम आज ही प्राप्त कर चुके हैंl जो बेहद चिंता का विषय है ,इससे कुपोषण ,चिकित्सा सुविधा एवं सरकार की सभी योजनाएं प्रभावित होती हैं lहमें इस सोच को बदलना होगा कि हमारे घर में जितने बच्चे होंगे हमें उतनी अधिक रकम सरकार द्वारा प्राप्त होगीl  यद्यपि भारत में लोग छोटे परिवार चुन रहे हैं औसतन दो बच्चे यह प्रवृत्ति एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती हैl लैंगिक सामान्य को बढ़ावा देना होगा l

श्रीमती जया तिवारी ,विभागअध्यक्ष जूलॉजी ने अपने विचारों से अवगत कराते हुए कहा की मात्र जनगणना करना ही जनसंख्या दिवस नहीं है हमें समस्या से समाधान की ओर जाना होगाl डॉ नीना  बागची, विभाग अध्यक्ष वनस्पति शास्त्र ने  कम जनसंख्या वाले देश का उदाहरण देते हुए कहा कि आज जापान ,इंडोनेशिया ने जिस तरीके से जनसंख्या नियंत्रण को अपनाया है हमें उसे  तरफ़ ध्यान देने की विशेष आवश्यकता है, क्योंकि बढ़ती जनसंख्या रोजगार ,आर्थिक विकास, सामाजिक सुरक्षा को प्रभावित करती है l

एनएसएस अधिकारी श्रीमती संयुक्तl पlढी ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना सामुदायिक जुड़ाव के द्वारा  जनसंख्या नियंत्रण हेतु कार्यरत है  l महाविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांव में दंपतियों को परिवार नियोजन की जानकारी दी गई एवं जनसंख्या नियंत्रण रैली निकाली गईl उन्होंने बताया कि जल ,जंगल जमीन के साथ जनमानस को जोड़ना अत्यंत प्रासंगिक होगा l

सहायक अध्यापक हितेश सोनवानी, समीक्षा मिश्रा एवं योगिता लोखंडे ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अधिक जनसंख्या के कारण दुनिया में प्राकृतिक संसाधन बहुत तेजी से कम हो रहे हैं ,जिसमें लोगों की आजीविका और दैनिक जीवन प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो रहा हैl भोजन,जल ,ऊर्जा जैसे संसाधनों पर इसका प्रत्यक्ष असर पड़ता है जिससे पर्यावरण हास् होता हैl डी.एल.एड द्वितीय वर्ष के छात्र जगदीप सिंह भावेश गुंजन दीपाली पटेल और सौरभ टंडन ने भी अपने विचार व्यक्त किये एवं अपने गांव का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां लैंगिक असमानता बहुत अधिक है क्योंकि लड़का ही वंश चलाएगा ऐसा मानकर संतान उत्पत्ति की दर  बढ़ती ही जा रही हैl

 कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती ज्योति मिश्रा, सहायक प्राध्यापक कला विभाग एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक गोल्डी राजपूत ने कियाl कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों का विशेष योगदान रहा

 कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती ज्योति मिश्रा, सहायक प्राध्यापक कला विभाग एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक गोल्डी राजपूत ने कियाl कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों का विशेष योगदान रहा.