गरियाबंद। जिले के मैनपुर में बिरीघाट पंचायत के आश्रित ग्राम चचरापारा प्राथमिक स्कूल को अब वहां से 400 मीटर दूर सागुनभाड़ीपारा स्कूल में व...
गरियाबंद। जिले के मैनपुर में बिरीघाट पंचायत के आश्रित ग्राम चचरापारा प्राथमिक स्कूल को अब वहां से 400 मीटर दूर सागुनभाड़ीपारा स्कूल में विलय कर दिया गया है. जर्जर भवन की मरम्मत और नए भवन उपलब्ध कराने में प्रशासन की असमर्थता के कारण, स्कूल पिछले तीन साल से बेवा गुनो बाई के पीएम आवास में संचालित हो रहा था. खबर प्रमुखता से लगाए जाने के बाद प्रशासन ने अब फजीहत से बचने का नया तरीका ईजाद कर लिया है.
बता दें कि जिला प्रशासन के निर्देश पर आज मैनपुर खंड स्रोत समन्वयक बी एल नागे चचरापारा पहुंचे. प्रशासन की लाचारी को गिनाते हुए अफसर ने ग्रामीणों से स्कूल दूसरे जगह शिफ्ट करने की सहमति ले ली. संकुल स्रोत समन्वयक ने बताया कि पंच कपूरचंद मांझी, अशोक यदु समेत ग्राम प्रमुख की सहमति के बाद 22 बच्चों के स्कूल को अब 400 मीटर दूर सागुनभाड़ी प्राथमिक शाला में संचालित किया जाएगा.
शिक्षकों को भी कर दिया संलग्न
मैनपुर खंड स्रोत समन्वयक बी एल नागे ने यह भी बताया कि चचरापारा प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक राम अवतार सिन्हा को सागुनभाड़ी में और कुंती मरकाम को बिरीघाट हाई स्कूल में संलग्न किया गया है. अफसर ने बताया कि सागुनभाड़ी में महज 20 बच्चे थे, इसलिए चचरापारा के 22 बच्चों के लिए अब इस स्कूल में व्यवस्था की गई है. बीआरसीसी ने इस कार्यवाही को प्रतिवेदन के माध्यम से जिला प्रशासन को अवगत करा दिया है. हैरानी की बात है कि जिला प्रशासन ने फजीहत से बचने आज अवकाश के दिन भी इस कार्य को प्राथमिकता में लेकर करवा दिया गया.