रायपुर. भारत सरकार ने आपातकाल के दौर को याद करते हुए बड़ा फैसला लिया है। 25 जून के दिन को “संविधान हत्या दिवस” घोषित किया गया है। बजरंग द...
रायपुर. भारत सरकार ने आपातकाल के दौर को याद करते हुए बड़ा फैसला लिया है। 25 जून के दिन को “संविधान हत्या दिवस” घोषित किया गया है।
बजरंग दल के जिलाध्यक्ष विजय आदित्य सिँह जूदेव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस ने उस दिन लोकतंत्र की हत्या कर आपातकाल लगाया था। अब इसे संविधान हत्या दिवस माना जायेगा।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे महान लोकतांत्रिक देश है।लेकिन कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र के चेहरे पर कालिख पोती थी। इंदिरा गांधी के शासनकाल में जो कृत्य किया गया,उससे विश्व में जिस प्रकार से भारत की बदनामी हुई, इस दाग को धोने का प्रयास भाजपा कर रही हैं।
विजय आदित्य सिँह जूदेव ने कहा कि 25 जून 1975 को देश के प्रजातंत्र के गले को घोंटकर देश में आपातकाल लगाया गया था और इसको जनता के समक्ष लाने के लिए एनडीए सरकार ने काला दिवस घोषित किया है। आपातकाल के समय की कुनीति देश के लिए कितनी बड़ी चुनौती है, यह जानना एक सजग प्रजातन्त्र के लिए अति आवश्यक है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने ऐसे ऐतिहासिक प्रजातंत्र के गला घोंटने का काम किया। देश एकजुट होकर आपातकाल के खिलाफ खड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि देश में आपातकाल के दौरान दुख के दिनों के 50 वर्ष हो गए हैं। आज विपक्ष प्रजातंत्र की दुहाई देकर संविधान की रक्षा की बातें कर रहा है। जबकि कांग्रेस ने 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिराने का काम किया है।