Smriti Irani: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली (Delhi) के अपने सरकारी बंगले को खाली कर दिया है। स्मृति ईरानी का सरकारी बंगला ल...
Smriti Irani: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली (Delhi) के अपने सरकारी बंगले को खाली कर दिया है। स्मृति ईरानी का सरकारी बंगला लुटियंस दिल्ली में 28 तुगलक क्रिसेंट में स्थित था। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से कांग्रेस (Congress) नेता किशोरी लाल शर्मा (Kishori Lal Sharma) से इन्हें शिकस्त मिली थी। इसके बाद स्मृति को मोदी मंत्रीमंडल में भी जगह नहीं मिली थी। नए मंत्रियों के शपथ के बाद इन्हें बंगला खाली करने का निर्देश मिला था। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपना आधिकारिक बंगला खाली कर दिया है।
एक अधिकारी ने कहा कि ईरानी स्मृति ने इस हफ्ते की शुरुआत में अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्रियों और सांसदों को नई सरकार बनने के एक महीने के भीतर अपना सरकारी आवास खाली करना होता है। अभी कई पूर्व मंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करना है।
बता दें कि BJP नेत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस नेता किशोरी लाल शर्मा से अमेठी संसदीय सीट पर 1.5 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हार गई थीं। पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री ने 2019 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमेठी सीट से हरा दिया था। किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी में बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ रहीं स्मृति ईरानी को एक लाख 67 हजार वोटों से हरा दिया था। स्मृति ईरानी को तीन लाख 72 हजार वोट मिले, वहीं किशोरी लाल को पांच लाख 39 हजार वोट मिले थे।
बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार 2.0 के 17 केंद्रीय मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा था। मंत्रियों के पास 11 जुलाई तक बंगला खाली करने का समय था। इस बाबत उन्हें नोटिस भी जारी किया गया है।
इन मंत्रियों में आरके सिंह, अर्जुन मुंडा, महेंद्रनाथ पांडेय, स्मृति ईरानी, संजीव बालियान, राजीव चंद्रशेखर, कैलाश चौधरी, अजय मिश्रा टेनी, वी मुरलीधरन, निशित प्रामाणिक, सुभाष सरकार, साध्वी निरंजन ज्योति, रावसाहेब दानवे, कौशल किशोर, भानुप्रताप वर्मा, कपिल पाटिल, भगवंत खुबा, भारती पवार का नाम शामिल है। नियम के मुताबिक लोकसभा भंग होने के एक महीने के भीतर सरकारी घर खाली करना होता है।