भिलाई. असल बात news. हाउसिंग बोर्ड के द्वारा विकसित कई कॉलोनियां आज कई तरह की समस्याओं से जूझ रही हैं. नए सपनों के साथ विकसित भिलाई की...
भिलाई.
असल बात news.
हाउसिंग बोर्ड के द्वारा विकसित कई कॉलोनियां आज कई तरह की समस्याओं से जूझ रही हैं. नए सपनों के साथ विकसित भिलाई की लगभग चार हजार मकानों वाली तालपुरी कॉलोनी भी आज कई समस्याओ से जूझ रहे हैं और यहां के अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए भटक रहे हैं. सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाला जानलेवा दुर्गंध इन रहवासियों को बीमार कर रहा है.पीड़ित रहवासियों ने दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल से आज मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया है तथा इसके निराकरण हेतु प्रयास करने का आग्रह किया है.
पीड़ित रहवासियों का एक प्रतिनिधि मंडल तालपुरी बी ब्लॉक संघर्ष समिति के संयोजक श्री सुनील चौरसिया के नेतृत्व मे दुर्ग के सांसद श्री विजय बघेल से मिलकर इसके निदान हेतु गुहार लगाई । जिस पर श्री बघेल ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा की यह एक वाजिब मांग है जिसके स्थाई निराकरण हेतु तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने हेतु रिसाली नगर निगम को कहा जायेगा व स्थानीय विधायक से भी चर्चा की जाएगी । उन्होंने कहा की कॉलोनी के अंदर मकानों के नजदीक एस.टी.पी. का निर्माण ही गलत निर्नय था, हाऊसिंग बोर्ड के इस आदूरदर्शिता की वजह से निवासी दुर्गन्ध से परेशान है व महामारी का खतरा भी बना हुआ है जिसके जल्द निराकरण की आवश्यकता है। श्री बघेल के समक्ष प्रस्तावित ड्राइंग पेश करते हुए वर्णन किया गया ।
श्री चौरसिया का कहना की यह दोनो ब्लॉक की समस्या है, कॉलोनी मे स्थित एसटीपी के सम्प मे एकत्र सिवेज दूषित जल के शोधन से बदबू फैलती है, अतः दूषित जल के कॉलोनी मे शोधन न कर एकत्र सिवेज को पाइप लाइन से कॉलोनी से बाहर कर अन्य नेटवर्क से जोड़ देना चाहिए, इसके लिए संघर्ष समिति के अथक प्रयास से सितम्बर 2020 मे ही बी.एस.पी से अनुमति पत्र निगम को मिल चुका था जो की निगम के लिए अच्छा अवसर था, परन्तु नगर निगम रिसाली की उदासीनता व इच्छाशक्ति की कमी की वजह से इस दिशा मे आज तक कोई कार्य नही हुआ । इससे वर्तमान मे एसटीपी पर वार्षिक रखरखाव खर्च लगभग 50 लाख रुपये की बचत निगम को होगी इतना ही नही पर्यावरण के लिए भी मिल का पत्त्थर साबित होगा ।
प्रतिनिधि मंडल मे डा. लक्ष्यप्रद, सीता राम मालवीय, सुरेश बन्छोर, वेणुगोपाल देवांगन, काशी राम देशमुख, विजय नायडू, चिरंजीत चौधरी, आई के सिंह, सुरेश पिल्ले, सुशील सिंह, जी डी हल्दकर, श्याम लाल वर्मा, ललित वर्मा, जे के अधिकारी, आर एन साहू, विजय तातोड़े, रूप सिंह देवांगन, सी के खांडेकर, पी एस दुधे आदि शामिल थे ।