मुंगेली। एक बड़ी पुरानी कहावत है, ‘जर, जमीन, जोरू जोर की, नहीं तो किसी और की’। जर यानि धन या सोना और जोरू यानि पत्नी के बारे में ये कहाव...
मुंगेली। एक बड़ी पुरानी कहावत है, ‘जर, जमीन, जोरू जोर की, नहीं तो किसी और की’। जर यानि धन या सोना और जोरू यानि पत्नी के बारे में ये कहावत सच हो या न हो, पर मुंगेली जिले के फास्टरपुर थाना क्षेत्र में एक जमीन विवाद ने इस कहावत चरितार्थ कर दिया। जहां सात सगे भाइयों के बीच शुरू हुआ जमीन का विवाद दो भाइयों की निर्मम हत्या तक जा पहुंचा। हत्या की इस घटना से गांव में सनसनी फैल गई है।
बता दें कि ग्राम बुधवारा निवासी तोरण पाटले के सात बेटे – भागबली, वकील, केजू, गाखन, रामबली, कौशल, और नरेंद्र के बीच लंबे समय से जमीन का बंटवारा विवाद चल रहा था। परिवार में दो गुटों में बंटे इन भाइयों के बीच आपसी रंजिश पहले से ही गहरी थी। 25 अगस्त को, जब भागबली पाटले और वकील पाटले अपने खेत में काम कर रहे थे, तब उनके विरोधी गुट ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया।
एक भाई ने अपने दो भाइयों को ट्रैक्टर से रौंदा
पुलिस ने बताया कि घटना के दिन आरोपी केजू पाटले, माखन पाटले, रामबली पाटले, और उनके परिवार के अन्य सदस्य लाठी-डंडों से लैस होकर घात लगाकर बैठे थे। जैसे ही भागबली, वकील, और कौशल पाटले खेत से निकलकर सड़क पर आए, आरोपियों ने उन पर हमला बोल दिया। इस दौरान केजू पाटले ने अपने ट्रैक्टर से भागबली और वकील पाटले के ऊपर चढ़ा दिया, जिससे भागबली की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि वकील पाटले की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस ने आरोपियों को घेराबंदी कर दबोचा
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गांव में घेराबंदी कर दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गिरजा शंकर जायसवाल के निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल, एसडीओपी एस.आर. घृतलहरे, और थाना प्रभारी कार्तिकंश्वर जांगड़े की टीम ने आरोपी केजूराम पाटले, चित्रलेखा, रजनी, मिनाक्षी, और माखन के बेटे को गिरफ्तार कर लिया। गंभीर रूप से घायल कौशल पाटले और वकील की पत्नी संतोषी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मामले में कुल 9 आरोपियों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, और घातक हथियारों से बलवा सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।