कवर्धा कवर्धा,। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री श्री विजय शर्मा कवर्धा के पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम में गणित कोडिनेटर सेल जी कॉस्ट द्वारा...
कवर्धा
कवर्धा,। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री श्री विजय शर्मा कवर्धा के पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम में गणित कोडिनेटर सेल जी कॉस्ट द्वारा रोल ऑफ रिन्यूएबल एनर्जी सस्टनेबल डेवलपमेंट विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुए। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा सहित अतिथियों ने मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सभी विद्यार्थियों को अच्छे से अध्ययन करने और तनमयता के साथ समझने के लिए प्रेरित किया।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी एक ऐसा क्षेत्र है जो आपको सब कुछ एक साथ दे सकता है। उन्होनें कार्यशाला में सतत विकास में नवीनीकरण ऊर्जा की महत्ता, छत्तीसगढ़ के विषय पर छात्र-छात्राओं को प्रभावशाली उद्बोधन दिया। उन्होंने गुजरात के आई हब के बारे में विस्तार से बताया। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया जल्द ही छत्तीसगढ़ में आई हब सुविधा प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन हब का उद्देश्य सभी स्टार्टअप हितधारकों के लिए एक केंद्र बनना है, ताकि “माइंड-टू-मार्केट“ मार्ग बनाकर छत्तीसगढ़ राज्य में एंड-टू-एंड इनोवेशन और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया जा सके। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, श्री कैलाश चंद्रवंशी, श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, जनभागीदारी अध्यक्ष श्री रिंकेश वैष्णव, श्री अजय ठाकुर, प्रचार्य श्री बीएस चौहान सहित स्रोता वक्ता श्री संजय कुमार सहित जनप्रतिनिधि, एनएसएस के छात्र, महाविद्यालीन छात्र उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने दशावतार के बारे में विस्तार से बताया
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने विद्यार्थियों से कहा कि भारत की पुरानी पद्धति जिसमें हम लोग कम उपयोग करने के लिए जोर देते है उस पर भी चिंतन करना है। उन्होंनें बताया कि जब-जब धर्म की हानि और अधर्म का उत्थान होता है, तब-तब सज्जनों के परित्राण और दुष्टों के विनाश के लिए भगवान विष्णु माया का आश्रय लेकर अलग-अलग युगों में अवतरित होते हैं। भगवान विष्णु के दस प्राथमिक अवतार है। उन्होंने दशावतार के बारे में बताया कि पहले तीन अवतार, मत्स्य, कूर्म और वराह, प्रथम महायुग में अवतरित हुए। प्रथम महायुग को सत्य युग या कृत युग भी कहा जाता है। नरसिंह, वामन, परशुराम और राम दूसरे यानी त्रेतायुग में अवतरित हुए। श्री कृष्ण और वेंकटेश्वर द्वापर युग में अवतरित हुए। भागवत पुराण के मुताबिक, कलियुग के अंत में कल्कि अवतार होगा। कल्कि अवतार से अन्याय और अनाचार का अंत होगा और न्याय का शासन होगा। इससे सत्य युग की फिर से स्थापना होगी