दुर्ग,ग्रामीण एक पेड़ मां के नाम और हसदेव अरण्य के लाखों पेड़ अडानी पर कुर्बान : पीसीसी महामंत्री राजेंद्र साहू ने मोदी, साय के अभियान पर कस...
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एक पेड़ मां के नाम और हसदेव अरण्य के लाखों पेड़ अडानी पर कुर्बान : पीसीसी महामंत्री राजेंद्र साहू ने मोदी, साय के अभियान पर कसा करारा तंज
- कथनी और करनी के फर्क का ये रिश्ता क्या कहलाता है ?
एक पेड़ मां के नाम अभियान को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर करारा तंज किया है। राजेंद्र ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान चलाने वाले पीएम मोदी और सीएम साय को यह बताना चाहिए कि छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य में किसके इशारे पर लाखों पेड़ अडानी के प्रोजेक्ट के लिए कुर्बान कर दिये गए।
राजेंद्र ने कहा कि मोदी सरकार और साय सरकार की डबल इंजिन सरकार छत्तीसगढ़ की नैसर्गिक सुंदरता को नष्ट करने का महाअभियान चला रहे हैं। साय सरकार ने सत्ता संभालते ही जिस अंदाज में अडानी के प्रोजेक्ट के लिए पेड़ काटने की अनुमति दी है, उससे यह स्पष्ट हो चुका है कि रमन सरकार की तर्ज पर ही साय सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ की संपदा को बड़े औद्योगिक घरानों को बेचने का सिलसिला जारी रखा जाएगा।
राजेंद्र ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने सैकड़ों साल से छत्तीसगढ़ की हरियाली को सहेजकर रखा लेकिन आज साय सरकार बेरहमी से हरियाली पर कुल्हाड़ी चला रही है। यह छत्तीसगढ़ की जनता के लिए दुर्भाग्यजनक है। सच ये है कि लाखों पेड़ों पर चल रही कुल्हाड़ी से ध्यान भटकाने के लिए ही एक पेड़ मां के नाम अभियान चलाया जा रहा है।
राजेंद्र ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम रोपने की भावनात्मक अपील कर मोदी सरकार और साय सरकार छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। बड़ा सवाल ये है कि छत्तीसगढ़ महतारी के लाखों पेड़ अडानी के नाम कुर्बान करने वाली साय सरकार किस मुंह से एक पेड़ मां के नाम लगाने की अपील कर रही है। आम जनता भाजपा से सवाल कर रही है कि कथनी और करनी का ये बेमेल रिश्ता क्या कहलाता है ?