भिलाई भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र के वायु गुणवत्ता में सुधार हो सब के लिए स्वास्थ्य वर्घक वातातरण मिले, बेहतर पर्यावरण से ही संभव...
भिलाई
भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र के वायु गुणवत्ता में सुधार हो सब के लिए स्वास्थ्य वर्घक वातातरण मिले, बेहतर पर्यावरण से ही संभव है। इसी के अंतर्गत नगर निगम भिलाई एक इंड्रस्टियल क्षेत्र है। उसे हरा भरा रखने के लिए विशेष तकनीकी से वृहद वृक्षारोपण किया जा रहा है।
आवास एवं पर्यावरण विभाग छत्तीसगढ़ से प्राप्त दिशा निर्देश अनुसार शहर के क्षेत्रो में बेहतर वायु गुणवत्ता होनी चाहिए। जो अधिकतम वृक्ष लगाने से ही संभव है। इसके लिए औधोगिक क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में डस्ट बिन रखे जायेगें। ताकि औधोगिक अवशिष्ट इधर-उधर नालियो में न फेका जाये। औधोगिक क्षेत्र में रोड डस्ट को कम करने के लिए आवश्यकतानुसार वाटर स्प्रे की व्यवस्था भी की जायेगी। वायु गुणवत्ता सुधार के लिए उद्योगो का सहयोग लेने तथा लिगेसी अवशिष्ट एवं सीएनडी अवशिष्ट प्रबंधन में और सुधार की आवश्यकता की भी पूर्ति की जावेगी।
वायु गुणवत्ता सुधार के लिए पर्यावरणीय जन जागृति की जायेगी। जिसमें वाल पेंटिंग एवं वार्डो में वरिष्ठ नागरिको का भी सहयोग लिया जायेगा। प्रत्येक वार्ड में 5 से 10 वरिष्ठ नागरिको का समूह बनाकर पर्यावरण संरक्षण, साफ-सफाई एवं अवशिष्ट प्रबंधन में जागरूकता का कार्यक्रम भी चलाया जायेगा। वायु गुणवत्ता सुधार के लिए चेंम्बर आॅफ कामर्स, प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड, कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रोधोगिकी विभाग एवं तकनीकी विश्व विद्यालय के छात्रो व प्रोफेसरो के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया जायेगा।
नगर निगम भिलाई के द्वारा 7000 से अधिक पौधो को लगाया गया। इस बार पौधो का साइज 5 फिट से उपर है। उसे विशेष प्रकार के हवा युक्त प्लास्टिक पाईप में डालकर लगाया जा रहा है। जिसे सामान्यतः जानवर न खा पाये। आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशानुसार लगाये गये पौधो का उद्यान अधिकारी लगातार माॅनिटरिंक कर रहे है। पौधो में खाद पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है। इसके लिए पुरी कार्य योजना बनाई गई है।
अभी तक प्रमुख रूप से जीई रोड के दोनो तरफ, वाहन शाखा के अंदर, बुद्व मैदान कोसा नगर, राधिका नगर मुख्य मार्ग, स्पोर्टस काम्पलेक्स जवाहर नगर, खुर्सीपार शासकीय स्कूलों में, चंद्रा मोर्या डिवाइडर, सेक्टर 05 के उद्यानो एवं निगम क्षेत्र के तालाबो में लगाया गया है। शेष अन्य चिन्हित क्षेत्र में लगाया जायेगा। पर्यावरण विद्वो के अनुसार वायु गुणवत्ता के सुधार के लिए हरे-भरे वृक्षो का होना आवश्यक है।