रायपुर अपराधियों के दबदबे से कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी में खुद को उपेक्षित समझकर किनारे हो गए - केदार गुप्ता पूर्व मंत्री शुक्ल का यह ब...
रायपुर
अपराधियों के दबदबे से कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी में खुद को उपेक्षित समझकर किनारे हो गए - केदार गुप्ता
पूर्व मंत्री शुक्ल का यह बयान कांग्रेस और भूपेश बघेल के कामकाज को ‘आईना’ दिखाने वाला - केदार गुप्ता
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल के उस बयान को कांग्रेस में मचे घमासान का एक और प्रमाण बताया है, जिसमें शुक्ल ने कहा है कि कांग्रेस में आपराधिक तत्व सक्रिय हैं और इन्हें बड़े नेताओं की शह प्राप्त है और जिसके कारण चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। शुक्ल का यह बयान बताता है कि कांग्रेस में अब अपराधियों की घुसपैठ हो गई है और अपराधी अब न केवल कांग्रेस के झंडाबरदार हो गए हैं, अपितु कांग्रेस में उनकी धाक इतनी बढ़ गई है कि वे प्रदेश कांग्रेस के फैसलों में सीधी दखल रखने लगे हैं। श्री गुप्ता ने कहा कि अपराधियों के इसी दबदबे से कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी में खुद को उपेक्षित समझकर किनारे हो गए और कांग्रेस को पहले विधानसभा और बाद में लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिली।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी को लूटने वाले, गोठान, कोयला, शराब, 18 लाख गरीबों का आवास घोटाला के रूप में छत्तीसगढ़ को लुटते रहे। घोटाले बाद घोटाले में शामिल जो कांग्रेस के नेता थे उनकी शिकायत सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक हुई लेकिन किसी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। मोहन मरकाम ने विधानसभा सत्र में कहा था कि डीएमएफ में घोटाला हो रहा है, पूर्व कैबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने स्पष्ट कहा था कि कलेक्टर रानू साहू कमीशन जहां मिलता है वही काम करती है। इसके बावजूद सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कोई कार्यवाही किसी पर नहीं की आखिर यह लुटेरे किसके शह पर कांग्रेस में राज कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि भाजपा शुरू से यह बात कहती रही है कि कांग्रेस और अपराधियों में खूब भाईचारा निभाया जा रहा है। कांग्रेस की भूपेश सरकार में तो हालात ये हो गए थे कि यह समझ पाना मुश्किल हो गया था कि कांग्रेस और राजनीति का अपराधीकरण हो गया है, या फिर अपराधियों का राजनीति और कांग्रेसीकरण हो गया है। कांग्रेस के शासनकाल में तमाम श्रेणी के अनेक अपराधों में कांग्रेस के जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी, नेता, कार्यकर्ता और उनके परिजन-शुभचिंतक सीधे तौर पर शामिल थे या फिर अपराधों को अंजाम देने के बाद राजनीतिक संरक्षण प्राप्त करने हेतु अपराधियों के सामने कांग्रेस ही शरणस्थली बन गई थी। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश से लेकर केंद्रीय कांग्रेस नेतृत्व शुक्ल के इस बड़े आरोप को लेकर दुविधा में पड़ गया है, क्योंकि शुक्ल अविभाजित मध्यप्रदेश के कई बार मुख्यमंत्री रहे स्व. पं. श्यामाचरण शुक्ल के पुत्र और अनेक वर्षों तक केंद्र सरकार में मंत्री रहे स्व. पं. विद्याचरण शुक्ल के भतीजे हैं और स्वयं अमितेश शुक्ल कांग्रेस में अपना बड़ा राजनीतिक कद रखते हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने यह भी सवाल किया कि कांग्रेस शासनकाल में महादेव सट्टा की वसूली के लिये दुबई से हत्या की सुपारी देकर ,हत्या करायी थी,अंतराष्ट्रीय अपराधगढ बन गया था।ये अपराधी तत्व कांग्रेस और उसकी भूपेश सरकार का राजनीतिक संरक्षण हासिल करके पूरे प्रदेश में माफियागिरी करके सरेआम गुंडागर्दी कर रहे थे, आतंक फैलाकर जंगलराज कायम करके लोगों का साँसें लेना दूभर कर रहे थे। जातीय विद्वेष फैलाने के षड्यंत्र में जाँच की आँच और नक्सली-उन्मूलन की कार्रवाई से बेचैन कांग्रेस आज कानून-व्यवस्था का प्रलाप मचाकर षड्यंत्रपूर्वक झूठा नैरेटिव चला रही है, और भूपेश सरकार के नाकारापन की सच्चाई देखने से मुँह चुराकर आज कानून-व्यवस्था का अनर्गल प्रलाप कर रही है। ऐसे मे पूर्व मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता शुक्ल का यह बयान कांग्रेस और भूपेश सरकार के कामकाज को ‘आईना’ दिखाने वाला साबित होगा