कवर्धा उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने दही हांडी महोत्सव देखने आएं नागरिकों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं दी कवर्धा, प्रदेश के उपमु...
कवर्धा
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने दही हांडी महोत्सव देखने आएं नागरिकों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं दी
कवर्धा, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री श्री विजय शर्मा कवर्धा शहर के गांधी मैदान और भारत माता चौक में जनक्शन गु्रप द्वारा आयोजित दही हांडी महोत्सव में शामिल हुए। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने प्रभु श्रीकृष्ण का पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने दही हांडी महोत्सव देखने आएं नागरिकों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने गोविंदा टोली के सभी सदस्यों को राधा-कृष्ण का गमछा पहनाकर स्वागत किया।
उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री श्री विजय शर्मा ने भगवान श्री कृष्ण द्वारा धर्म की रक्षा के लिए किए गए कार्यो पर प्रकाश डाला। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण सुदर्शन चक्र धारण करते थे। सुदर्शन चक्र सबसे अचूक अस्त्र माना जाता था। उन्होनें कहा कि जिनके हाथ में सुदर्शन चक्र है, एक बार में गला काट सकते है। लेकिन सौ सौ गलती माफ करते है, “वो भगवान श्री कृष्ण है“। सुदर्शन चक्र धर्म और न्याय का प्रतीक है और भगवान श्री कृष्ण ने धर्म की रक्षा के लिए इसका प्रयोग किया।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का वर्णन करने हुए बताया कि एक बार जब खेलते समय गेंद यमुना में गिर जाने से भगवान श्री कृष्ण उसे निकालने के लिए यमुना में कूदे और काला नाग को युद्ध में हराने के बाद उसके फन पर नाचने लगे। उन्होंने गरुड़ से निर्भयता का वरदान देकर कालिया को पुनः रमण द्वीप भेज दिया। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, जनपद उपाध्यक्ष श्री वीरेन्द्र साहू, श्री कैलाश चंद्रवंशी, श्री भुनेश्वर चंद्राकर, श्री मनिराम साहू, श्री उमंग पाण्डेय, श्री निशांत झा, श्री नरेन्द्र मानिकपुरी, श्री सुनील दोशी, श्री सनत साहू, श्री हेमचंद चंद्रवंशी, श्री अजय ठाकुर सहित जनप्रतिनिधि, जिले के हजारों की संख्या में पहुंचे नागरिकगण उपस्थित थे।
गोविंदा टोली ने दिखाया गजब का जोश और उत्साह
कवर्धा के भारत माता चौक और गांधी मैदान में मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। गोविदा टोली मटकी को फोड़ने का प्रयास करती रही, मटकी फोड़ने वाली टोली पर लगातार पानी की बौछार की जा रही थी जिस वजह से वे फिसल कर बार-बार नीचे गिर जा रहे थे। गोविंदा की टोली कई बार नाकाम हो रही थी। गोविंदा टोली ने गजब का जोश और उत्साह दिखाया और मटकी फोड़ दी