मोदी की गारंटी के लिये मशाल रैली को ऐतिहासिक बनाने की कर्मचारियों-शिक्षकों से किया अपील रायपुर. असल बात news. केन्द्र के समान डीए, द...
मोदी की गारंटी के लिये मशाल रैली को ऐतिहासिक बनाने की कर्मचारियों-शिक्षकों से किया अपील
रायपुर.
असल बात news.
केन्द्र के समान डीए, देय तिथि से लंबित डी ए एरियर्स,केन्द्र के समान एच आर ए,अवकाश नगदीकरण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन के आर्थिक लाभ के मुद्दों सहित कर्मचारियों के अन्य मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के चरणबद्ध आंदोलन के तृतीय चरण में जिला एवं 11 सितंबर को सभी ब्लॉक मुख्यालयों में मशाल रैली निकली जाएगी.. फैशन कैसे बताया गया है कि प्रदेश के समस्त विभागों के सभी कर्मचारी संगठन मशाल रैली को सफल बनाने की मुहिम में जुट गए हैं।
प्रदेश के प्रभावशाली शिक्षक (एल बी) संगठनों के प्रांताध्यक्ष केदार जैन छत्तीसगढ़ संयुक्त शिक्षक संघ,सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे एवं प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय,शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राज नारायण द्विवेदी, डॉ.भूपेंद्र गिलहरे प्रदेश अध्यक्ष छ्तीगढ़ वरिष्ठ व्याख्याता संघ, कृष्ण कुमार नवरंग-प्रदेश अध्यक्ष गवर्नमेंट एम्प्लॉयज वेलफेयर एसोसिएशन,जाकेश साहू छ. ग. प्रधान पाठक मंच,कमल दास मुरचले प्रदेश अध्यक्ष संयुक्त प्रधान पाठक कल्याण संघ, विक्रम कुमार राय प्रदेश अध्यक्ष छ. ग. संकुल शैक्षिक समन्वयक/शिक्षक उन्नयन कल्याण संघ,भूपेंद्र सिंह बनाफर प्रदेश अध्यक्ष सर्व शिक्षक कल्याण संघ, चेतन कुमार बघेल प्रदेश शिक्षक सेवी कल्याण संघ छ. ग.,सुखनंदन यादव प्रदेश अध्यक्ष छ. ग. प्रधान पाठक संघ,शंकर साहू प्रदेश अध्यक्ष छ. ग.शासकीय शिक्षक फेडरेशन, धरम दास बंजारे प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक अधिकार संघ,अनिल टोप्पो- प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय शिक्षक संघ,मनोज साहू शालेय प्रधान पाठक संघ,लैलून भारद्वाज क्रांतिकारी शिक्षक संघ ने संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए कहा है कि बात चाहे कर्मचारियों के हक की हो या शिक्षकों से जुड़ा हुआ कोई मुद्दा हो छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल वर्मा अपने टीम के साथ सदैव सामने आकर हक के लिये संघर्ष किया है। जोकि परिणाममूलक रहा है। शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के मुद्दे पर कमल वर्मा जी ने शिक्षक न होते हुए भी शिक्षकों की समस्याओं और युक्तियुक्तकरण की कमियों को खुलकर सरकार और अधिकारियों के समक्ष रखा और युक्तियुक्तकरण को निरस्त करवाने में हम शिक्षकों का भरपूर सहयोग किया है।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों का विशाल सांगठनिक समूह है जिसमें छत्तीसगढ़ के अधिकांश संगठन एकजुटता के साथ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 11 सितंबर को कर्मचारी जगत हितैषी सोच रखने वाले मशाल रैली को सफल बनायेंगे।छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों में डी ए सहित अन्य मांगों को लेकर जो आक्रोश है, उसे सरकार तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन निर्णायक पहल कर रहा है। डीए/एच आर ए एवं लंबित डी ए एरियर्स जैसे सर्व-सामूहिक मुद्दे पर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ही सबसे उपयुक्त और सशक्त समूह है ।उन्होंने सभी शिक्षकों से अपील है कि 11 सितंबर को आयोजित मशाल रैली में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर सफल बनाएं।