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भोरमदेव अभ्यारण्य में नदी के बहाव में आने से पालतु भैंस की हुई मृत्यु

कवर्धा,असल बात       ग्राम राजानवागांव के पास देखा गया मृत पालतू भैंस की मृत्यु दिनांक 10.09.2024 को भोरमदेव अभ्यारण्य क्षेत्र के नदी ...

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कवर्धा,असल बात





   

  ग्राम राजानवागांव के पास देखा गया मृत पालतू भैंस की मृत्यु दिनांक 10.09.2024 को भोरमदेव अभ्यारण्य क्षेत्र के नदी के बहाव में आ जाने के कारण हुई है जो नदी में बहकर राजानवागांव के पास आ गया था। 

  वनमंडलाधिकारी, कवर्धा से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया में वायरल हो रहे अपुष्ट खबर पर वनमंडलाधिकारी, कवर्धा वनमंडल के निर्देशन एवं परिक्षेत्र अधिकारी, कवर्धा के मार्गदर्शन में कवर्धा सामान्य एवं भोरमदेव अभ्यारण्य कवर्धा परिक्षेत्र की संयुक्त समिति गठित कर दिनांक 12.09.2024 प्रातः 07.00 बजे ग्राम छपरी के ग्रामीणों के साथ बैठक कर पुछताछ किया गया। *उनके द्वारा जानकारी दी गयी कि किसी भी ग्रामीण ने बाघ को नहीं देखा है ना ही किसी गाय, भैंस का शिकार बाघ के द्वारा किया गया है।*

  ग्राम राजानवागांव के पास सकरी नदी के किनारे मिले मृत पालतू भैंस का ग्राम चौरा के दुलारी व. समलिया यादव निवासी ग्राम चौरा का है। उनके बयान अनुसार दिनांक 10.09.2024 को दोपहर 01.00 बजे दुलारी के चार भैंस नदी किनारे चराई कर रहे थे इसी दौरान किसी असामाजिक तत्व द्वारा आवाज देने पर नदी के तेज बहाव में कूद गये जिसमें से तीन भैंस बाहर निकल गये और एक भैंस नदी के तेज बहाव में बह गयी। पतासाजी करने पर दिनांक 11.09.224 को बाघूटोला ग्राम के समीप नदी किनारे क्षत-विक्षत स्थिति में मिली मृत भैंस को देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि उसका शिकार किसी हिंसक वन्यप्राणी या अन्य किसी व्यक्ति के द्वारा नहीं किया गया है बल्कि नदी में स्थित पत्थर, चट्टान में टकराने से हुआ है तथा नदी किनारे आने पर कुत्तों द्वारा नोंचा गया है। 

  भोरमदेव अभ्यारण्य कवर्धा अंतर्गत क्षेत्रों में लगातार बाघ के पगमार्क की पुष्टि की जा रही है किन्तु अभी तक किसी वन्यप्राणी के द्वारा अन्य वन्यप्राणी अथवा जन की हानि की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। भोरमदेव अभ्यारण्य कवर्धा एवं उसके समीप के समस्त परिक्षेत्र के अधिकारी, कर्मचारियों के विशेष निर्देश जारी किये गये है जिसके अनुसार संबंधित परिक्षेत्र के अधिकारी, कर्मचारी समिति गठित कर अपने क्षेत्र का निरंतर भ्रमण/निरीक्षण करते  रहेंगे तथा किसी भी प्रकार से वन्यप्राणी की गतिविधि प्राप्त होने पर वरिष्ठ कार्यालय सूचित करेंगे। स्थानीय क्षेत्र में वन प्रबंधन समिति, बी.एम.सी. एवं सरपंच से संबंध स्थापित कर वन्यप्राणी से सुरक्षा एवं बचाव की जानकारी आम जनों को मुनादी कर तथा प्रचार-प्रसार के माध्यम सूचित करेंगे तथा किसी भी ग्रामीणों को वन्य्रप्राणी से संबंधित कोई भी गतिविधि प्राप्त होती है तो स्थानीय अधिकारी, कर्मचारी को सूचित करेंगे

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