छत्तीसगढ़ . असल बात न्यूज़. जो लोग इसके पक्ष में है कि,छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का सफाया होना चाहिए और यह करने के लिए सरकार को कड़े कदम...
छत्तीसगढ़ .
असल बात न्यूज़.
जो लोग इसके पक्ष में है कि,छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का सफाया होना चाहिए और यह करने के लिए सरकार को कड़े कदम, सख्त कदम उठाने चाहिए उनके लिए खुशी की खबर हो सकती है.कल नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है जिसमें कम से कम 34 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. इधर सुरक्षा बल के कुछ जवान भी घायल हुए हैं जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है. हम आपको एक और बड़ी बात बता रहे हैं कि सरकार ने अब नक्सलवादियों को माओवादी आतंकी का नाम दिया है. इस मुठभेड़ के बाद वहां अब तक 31 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, वहीं एलएमजी, एके 47, एसएलआर, इंसास के साथ 303 राइफल समेत अन्य हथियार बरामद किए गए हैं. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने देर रात हाई लेवल मीटिंग ली है. और उन्होंने छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करने का दृढ़ संकल्प दोहराया है.
नक्सलियों के खिलाफ यह जो कार्रवाई की गई है उसे सुरक्षा बलों का अब तक का सबसे बड़ा अभियान कहा जा रहा है. उल्लेखनीय है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने चुनाव के पहले ही घोषणा कर दी थी कि छत्तीसगढ़ को नक्सली मुक्त राज्य बनाने के लिए काम किया जाएगा और जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई है तो इस प्रदेश में इस संकल्प पर तेजी से काम किया जा रहा है और लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अभियान चलाए जा रहे हैं. उल्लेखनीय की महीने भर पहले कांकेर जिले में इसी तरह का नक्सलवाद के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया गया था जिसमें 29 नक्सल मारे गए थे. पिछली वारदातों में जो नकली मारे गए हैं उनमें से कई की उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी और पी एल जी कंपनी नंबर पांच के सदस्य के रूप में पहचान की गई है. जो जानकारी है उसका अनुसार वर्ष 2024 में अब तक 171 से ज्यादा नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है. पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज पी सुंदर्राज ने दंतेवाड़ा मुठभेड़ से पहले बताया था कि बस्तर संभाग में मानसून सीजन में ही 212 से ज्यादा नक्सली गिरफ्तार हुए हैं. नक्सल विरोधी अभियान के दौरान 201 नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है. छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र बॉर्डर पर पिछले 25 सितंबर को सुरक्षा बल के जवानों ने नारायणपुर के अबूझमाड़ में एक महिला समत तीन नक्सलियों को मार गिराया था. इनमें एक नक्सली के पहचान डीके एस ज़े सी के सदस्य के रूप में की गई थी. एनकाउंटर में मारे गए दो नक्सलियों पर 61 लख रुपए का इनाम था.
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने देर रात अपने राजधानी रायपुर स्थित निवास कार्यालय में नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और माओवादी आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ की घटना को लेकर उच्च-स्तरीय बैठक ली। बैठक में पुलिस महानिदेशक और मुख्यमंत्री सचिवालय के वरीष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक में घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी ली और माओवादी आतंकियों के विरुद्ध सफल ऑपेरशन पर सुरक्षाबलों के शौर्य तथा अदम्य साहस की सराहना करते हुए बड़ी कामयाबी के लिए उन्हें बधाई दी। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान सुरक्षाबलों के जवानों का कुशल-क्षेम भी पूछा। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया कि छत्तीसगढ़ में माओवादी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई ना बरती जाए। साथ ही नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में जवानों के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था में कमी ना हो।
मुख्यमंत्री श्री साय को इस दौरान पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि उक्त ऑपेरशन में अभी तक की सर्चिंग में 28 से ज्यादा माओवादियों के मारे जाने की सूचना मिली है। माओवादियों के खिलाफ ये देश का अब तक का सबसे सफल ऑपेरशन होगा। मुख्यमंत्री को बताया गया कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के सफाया के लिए एंटी नक्सल अभियान लगातार जारी है। सुरक्षाबलों के जवानों द्वारा माओवादियों का पूरे साहस के साथ डटकर मुकाबला किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट तौर पर कहा कि छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करने हमारी सरकार दृढ़ संकल्पित है। आज बीजापुर में मैंने पुलिस जवानों और माओवादी आतंकवाद प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन सभी को अब यह विश्वास हो गया है कि इस हिंसा का अंत होने वाला है। बस्तर आज विकास और शांति की ओर तेजी से अग्रसर है। सरकार के कार्यों से बस्तर की जनता में नई आस जगी है। जनता में विश्वास बढ़ा है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ माओवादी आतंकवाद से मुक्त होगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा नक्सली हमले में घायल जवान से मिलने रात में ही श्री नारायणा हॉस्पिटल पहुंचे
नक्सलियों से मुठभेड़ में घायल डीआरजी के जवान श्री रामचंद्र यादव से मिलने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा देर रात राजधानी रायपुर के श्री नारायणा अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने घायल जवान से उनका हालचाल जाना। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने घायल जवान से घटना की जानकारी भी ली।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि मुठभेड़ में 28 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं, सर्चिंग ऑपरेशन अभी भी जारी है। सवेरे सर्चिंग किया जाएगा संभवत दो-तीन नक्सलियों के शव और बरामद हो सकते हैं। आज तक के नक्सल ऑपरेशन में जो कांकेर में हुआ था उससे भी बड़ा नक्सल ऑपरेशन हुआ है। बहुत बड़ी संख्या में एके-47, एसएलआर बरामद हुआ है, बहुत सारे हथियार बरामद हुए हैं। उस क्षेत्र में नक्सलियों की कमर टूट गई है, पूरी कंपनी खत्म हो गई। मैं नक्सलियों से कहना चाहता हूं कि सभी को घर पर वापस आना चाहिए। छत्तीसगढ़ की सरकार अच्छी सरेंडर पालिसी के साथ सामने आ रही है, मुख्य धारा पर सभी लौटे। बस्तर और बस्तर का जल, जंगल और जमीन बस्तरवासियो का है। उन्होंने कहा कि बस्तर के विकास के मार्ग पर बिछे हुए आईईडी को अब समाप्त कर देना चाहिए।
नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिलने पर मुख्यमंत्री ने दी पुलिस जवानों को बधाई
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने पर पुलिसबल के जवानों को मिली सफलता के लिए बधाई दी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जवानों को मिली यह बड़ी कामयाबी सराहनीय है। उनके हौसले और अदम्य साहस को मैं नमन करता हूं। नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी, इसके लिए हमारी डबल इंजन की सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है। नक्सलवाद के खात्मे तक हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि आज नारायणपुर-दंतेवाड़ा की सीमा में स्थित अबूझमाड़ क्षेत्र में हमारे सुरक्षा बलों के जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है, सर्चिंग में अभी तक 28 नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। सर्चिंग में एके-47 सहित कई हथियार मिले हैं । मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मैं समझता हूं कि छत्तीसगढ़ में यह अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन हुआ है। इसके लिए मैं अपने जवानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं और उनके साहस को मैं नमन करता हूं ।
उन्होंने कहा कि हम पहले से ही माओवादियों को कहते आए हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें और विकास की मुख्य धारा से जुड़ें। अब हम लोग डबल इंजन सरकार के कारण मजबूती से नक्सलियों से लड़ रहे हैं। माओवाद अपनी अंतिम सांस गिन रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज मैं बीजापुर के दौर पर था, जहां नक्सल हिंसा पीड़ित लोगों से मुलाकात की। आज इस घटना के बाद शायद उनका विश्वास और अधिक बढ़ गया होगा। निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में माओवाद समाप्ति की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह विगत 9 महीने में नक्सलवाद की समीक्षा हेतु दो बार छत्तीसगढ़ आ चुके हैं और उनका संकल्प है कि मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद समाप्त हो जाए। उनकी सोच के अनुरूप हमारे जवान छत्तीसगढ़ में भी माओवादियों से मुकाबला कर रहे हैं।