असल बात न्युज युवोदय स्वयंसेवकों द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जागरूकता अभियान का आयोजन युवोदय स्वयंसेवको के द्वारा नुक्कड़ ...
असल बात न्युज
युवोदय स्वयंसेवकों द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जागरूकता अभियान का आयोजन
युवोदय स्वयंसेवको के द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं मेगाफोन के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के प्रति किया गया जागरुक
दुर्ग, जिला प्रशासन, यूनिसेफ एवं एग्रीकॉन फाउंडेशन के दिशा-निर्देश पर विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर युवोदय स्वयंसेवकों के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता हेतु एक विशेष अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान के अंतर्गत शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न स्थानों पर नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया गया, जिससे आमजन को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और इससे संबंधित समस्याओं के बारे में जागरूक किया जा सके।
मुख्य आकर्षण नुक्कड़ नाटक
युवोदय के स्वयंसेवकों द्वारा नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े सामाजिक मिथकों को तोड़ने और इसके प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया। नाटकों में दिखाया गया कि किस प्रकार मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी करना गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है, और समय पर सही परामर्श और इलाज से जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है।इसी कड़ी मे पाटन ब्लॉक के ग्राम रानीतराई में युवोदय दुर्ग के स्वयं सेवकों द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर बस स्टेशन, पारधी समुदाय में जाकर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर नुक्कड़ नाटक एवं पोस्टर प्रजेंट किया गया। साथ ही बेहतर मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित बच्चों के लिए खेल का आयोजन किया गया। मेगाफोन के माध्यम से लोगों को जानकारी दिया गया। आज के कार्यक्रम में युवोदय ब्लॉक समन्वय मुकेश कुमार पटेल, स्वयं सेवक नरेंद्र कुमार तुलेश्वरी, चांदनी, डेमिन, रोशनी पांडे, खिलेश्वरी, हेमा, हर्षिता, खिलेश्वरी टाकेश्वरी, प्रेमा, गीतांजली, धनेश्वरी, मनीषा, तर्पणा, सरोज साहू (पंच), प्रशांत तिवारी (पंच), हिमांशी कोसरिया, , संजीव कुमार, आदि उपस्थित थे।
ब्लॉक धमधा में युवोदय टीम द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर, मां महामाया मंदिर परिसर धमधा में नुक्कड़ नाटक के बच्चों में तनाव की स्थिति को समझाया गया। नुक्कड़ नाटक में युवोदय स्वयंसेवक सूर्या वर्मा, दुलेस्वर, मनीष, टिकेंद्र, खिलेश, लक्ष्मीकांत, राहुल साहू द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस दिवस के अवसर पर छ.ग. यूनिसेफ से सामाजिक व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ अभिषेक सिंह ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में सबसे पहला कदम जागरूकता है। हमें इस बात को सामान्य बातचीत का हिस्सा बनाना चाहिए कि मानसिक स्वास्थ्य हमारी समग्र स्वास्थ्य का हिस्सा है। इसके साथ ही, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे किसान और उनके परिवारों को मनोवैज्ञानिक सहायता, काउंसलिंग और मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हों। युवोदय ब्लॉक समन्वयक प्रगति मोहबे के एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग शहरी के आँगनबाड़ी केंद्रो तितुरडीह वार्ड क्रमांक - 4, बजरंग पारा, कंडऱा पारा, शिव पारा वार्ड क्र.-34, मरारपारा में महिलाओं एवं किशोरियों को अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा भोजन आवश्यक है थीम के साथ मानसिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य व पौष्टिक आहार लेने के विषय में जानकारी दी गई। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी अनिता सिंह ने कहा कि बेहतर मानसिक स्वास्थ्य हेतु आँगनबाड़ी केंद्रो में खेल गतिविधियाँ होना आवश्यक है। इस अवसर पर सेक्टर सुपरवाइजर, आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, किशोरी बालिका, शिशुवती, गर्भवती माताएं एवं बच्चे उपस्थित थे। जिला समन्वयक युवोदय कार्यक्रम शशांक शर्मा ने जानकारी दी कि युवोदय स्वयंसेवकों के द्वारा लगातार जिले के अलग - अलग स्कूलों में जाकर छात्र - छात्राओं के बेहतर मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित खेल कराया जा रहा है । दशहरा, दीपावली के छुट्टी के बाद स्कूलों में छात्रों के आने वाले एक्जाम को ध्यान में रखकर हम होंगे कामयाब सेशन का आयोजन किया जाएगा जिससे छात्रों के एक्जाम के समय बेहतर मानसिक संतुलन को बनाया जा सके।
जागरूकता अभियान
इसके साथ ही, स्वयंसेवकों ने विभिन्न जागरूकता अभियान भी चलाए। इन अभियानों में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं, जैसे तनाव, अवसाद, चिंता, और मानसिक समस्याओं के लक्षणों की पहचान के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं और परामर्श केंद्रों के बारे में भी लोगों को जानकारी प्रदान की गई। इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समाज में व्याप्त गलत धारणाओं को दूर करना और लोगों को मानसिक रूप से सशक्त बनाना है। मानसिक समस्याओं को नज़रअंदाज़ करने के बजाय, समय पर विशेषज्ञ से परामर्श करना जरूरी है ताकि स्वस्थ जीवन का आनंद लिया जा सके। यह आयोजन न केवल युवाओं बल्कि सभी आयु वर्ग के लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम रहा। जिला प्रशासन और युवोदय स्वयंसेवकों के इस प्रयास को स्थानीय जनता द्वारा सराहा गया और इसमें सक्रिय रूप से भागीदारी की गई।