भिलाई. असल बात news. विद्यार्थियों, पालकों एवं शिक्षकों के बीच तारतम्य स्थापित करने के उद्देश्य से स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाव...
भिलाई.
असल बात news.
विद्यार्थियों, पालकों एवं शिक्षकों के बीच तारतम्य स्थापित करने के उद्देश्य से स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में पालक संघ मीटिंग का आयोजन किया गया।
पालक संघ प्रभारी डॉ. रजनी मुदलियार ने पालकों का स्वागत किया तथा मीटिंग के एजेंडा पर प्रकाश डाला। इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य पालकों को हाल ही में लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संबंध में जानकारी देना, छात्र-छात्राओं की वेशभूषा के संबंध में चर्चा तथा विद्यार्थियों की उपस्थिति के संबंध में पालकों को अवगत कराना था।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने चयनित पालक संघ के पदाधिकारियों को बधाई दी। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने पालकों से अनुरोध किया कि वे विद्यार्थियों को असाइनमेंट तथा यूनिट टेस्ट में अनिवार्य रूप से देने हेतु प्रेरित करें जिनके माध्यम से उनकी परीक्षा की तैयारी हो सके। उपर्युक्त मीटिंग की चर्चा को आगे बढ़ाते हुए बीबीए प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी के पालक श्री अशोक शर्मा ने कहा कि महाविद्यालय में होने वाली विभिन्न शैक्षणिक तथा अशैक्षणिक गतिविधि में विद्यार्थीयों की रुचि के अनुसार भाग लेने हेतु उन्हें प्रोत्साहित करने के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिये अनिवार्य किया जाये कि विद्यार्थी शिक्षा के साथ अपनी रूचि एवं योग्यता अनुसार किसी एक गैर शैक्षणिक गतिविधि में अवश्य भाग ले जिससे विद्यार्थी अपने व्यक्तित्व का विकास कर सकें।
डॉ. रजनी मुदलियार ने पालक शिक्षक संघ के सदस्यों की औपचारिक घोषणा की। अध्यक्ष -श्रीमती ज्योत्सना श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष- श्रीमती भूमिका टांक, सचिव- श्री अशोक शर्मा तथा सदस्य- श्री आलोक गुप्ता, पारितोष वर्मा तथा श्री मोहम्मद ऐन बेग रहे। शिक्षको ने सुझाव दिया की विद्यार्थियों की वेशभूषा को महाविद्यालय आते समय पालक अवश्य ध्यान दे कि विद्यार्थी की वेशभूषा ऐसी हो कि लगे विद्यार्थी शिक्षण संस्थान में है इससे उनके व्यक्तित्व में निखार आता है। पालको ने महाविद्यालय में ड्रेस कोड लागू करने की बात कही तथा यह भी सलाह दी कि महाविद्यालय परिसर में मोबाईल बंद रखे इससे विद्यार्थियों का ध्यान पूर्णतः पढाई में केन्द्रित रहेगा। शिक्षकों ने पालको से अनुरोध किया कि वे समय-समय पर महाविद्यालय आकर अपने बच्चे के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त करे। इससे पालक और शिक्षको के बीच चर्चा होने से विद्यार्थी नियमित कॉलेज में उपस्थित होने के लिये प्रेरित होंगे। बैठक में महाविद्यालय के सभी विभागों के अध्यक्ष तथा प्राध्यापक सम्मिलित हुए।