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साइंस कॉलेज मैदान किनारे बने चौपाटी को हटाने का निर्देश, विधायक मूणत ने किया था लंबा आंदोलन

  रायपुर।   राजधानी रायपुर में भारी विवादों के बीच जीई रोड के किनारे साइंस कॉलेज मैदान के करीब 6 करोड़ की लागत से बनाए गए चौपाटी को हटाने की ...

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 रायपुर। राजधानी रायपुर में भारी विवादों के बीच जीई रोड के किनारे साइंस कॉलेज मैदान के करीब 6 करोड़ की लागत से बनाए गए चौपाटी को हटाने की तैयारी है. विधायक राजेश मूणत ने रायपुर स्मार्ट सिटी परामर्शदात्री समिति की बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए हैं. अब यहां पर छात्रों के लिए ओपन रीडिंग और बच्चों के प्ले जोन का निर्माण किया जाएगा. रायपुर स्मार्ट सिटी परामर्शदात्री समिति की पांचवीं बैठक शुक्रवार को हुई थी. बैठक में सांसद बृजमोहन अग्रवाल के साथ शामिल रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत ने जीई रोड के किनारे बने यूथ हब से चौपाटी को स्थानांतरित करने के साथ क्षेत्र को विद्यार्थियों अध्ययन के लिए उपयुक्त स्थल के रूप में विकसित करने निर्देशित किया था.दरअसल, बीते साल की शुरुआत में जीई रोड के किनारे साइंस कॉलेज के मैदान के सटकर रायपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी ने चौपाटी बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसका राजेश मूणत ने विरोध करते हुए करते हुए 11 दिनों तक धरना दिया था. आंदोलन में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अलावा भाजपा के आला नेताओं ने मौजूदगी दर्ज कराते हुए मूणत के आंदोलन का समर्थन किया था.


लेकिन इन सबके बाद भी चौपाटी निर्माण पर रोक नहीं लगने पर मूणत ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाई कोर्ट में याचिका खारिज होने के बाद मूणत ने रायपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी पर चौपाटी का निर्माण के संबंध में गलत तथ्य प्रस्तुत करने का आरोप लगाया था.

रायपुर नगर निगम में भाजपा पार्षदों ने भी चौपाटी के विरोध में स्मार्ट सिटी ईएमडी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था. पार्षदों ने कहना था कि स्थल के चारों ओर शैक्षणिक संस्थान हैं. चौपाटी में आप किसी को भी आने से नहीं रोक सकते है. ऐसे मे असामाजिक तत्व भी चौपाटी मे प्रवेश करेंगे और हमारे विद्याथी अपने आप को असुरक्षित महसूस करेंगे. तमाम विरोध-प्रदर्शन के बाद भी चौपाटी का निर्माण बदस्तूर जारी रहा, और बीते साल अक्टूबर में दुकानों का आवंटन भी कर दिया गया. लेकिन चौपाटी का विवाद खत्म नहीं हुआ. कभी टेंडर शर्तों का उल्लंघन करने तो कभी चौपाटी में अव्यवस्था का आरोप लगता रहा है. अब जब चौपाटी को हटाने का निर्देश दिया गया है, तो माहौल में सुधार आने की उम्मीद है.