भिलाई. असल बात news. स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई में आईक्यूएसी उद्मिता सेल, वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के संयुक्त ...
भिलाई.
असल बात news.
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई में आईक्यूएसी उद्मिता सेल, वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में “कला विथिका” फेस्टिव एक्जीबिशन का आयोजन किया गया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत छात्रों को कुशल उद्यमी बनाने, विपणन एवं प्रबंधन का व्यवहारिक अनुभव कराने के साथ विपणन कार्यों में आने वाली कठिनाईयों से रूबरू कराना और नये कौशल प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्रीमती रजनी विजय बघेल एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा रिबन काटकर किया गया। श्रीमती बघेल ने विद्यार्थियों के रचनात्मक कौशल व बनाये व्यंजनों की सराहना करते हुये कहा विद्यार्थियों की प्रतिभा बहुमुखी होती है आवश्यकता उनको मंच प्रदान करने की है। यह अंचल का पहला महाविद्यालय है जहाँ विद्यार्थियों में उद्यमिता कौशल विकास के लिये यह आयोजन किया गया। विद्यार्थियों की हौसला अफजाई करने के लिये उन्होंने मेंहदी लगवाई और विभिन्न स्टालों से दीपावली के लिये खरीददारी की तथा विद्यार्थियों द्वारा बनाये गए व्यंजनों का लुफ्त भी उठाया।
उद्मिता सेल प्रभारी डॉ. शर्मिला सामल विभागाध्यक्ष वाणिज्य ने अतिथियों का स्वागत किया व बताया कलाविथिका एक्जीबिशन आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में टीम वर्क को प्रोत्साहित करना व बाजार की चुनौतियों का सामना करने के लिये तैयार करना है जिससे विद्यार्थी सुनियोजित तरीके से काम कर सकें व आयोजन व बाजार के विभिन्न समस्याओं से परिचित हो सके।
श्री शंकराचार्य नर्सिंग महाविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मोनिषा शर्मा ने कहा विद्यार्थियों की रचनात्मकता व उद्मिता के गुणों के विकास करने का अवसर प्रदान करना नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य है इसी के तहत कला विथिका एक्जीबिशन कम सेल का आयोजन किया गया जिससे विद्यार्थियों को मंच मिल सकें।श्रीमती सविता मिश्रा संरक्षिका श्री गंगाजली शिक्षण समिति ने आयोजन हेतु प्राध्यापको और विद्यार्थियों को बधाई दी।
प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कला विथिका फेस्टिवल एक्जीबिशन उद्मिता का प्रथम चरण है विद्यार्थियों को योजनाबद्ध तरीके से समूह में काम करने की भावना विकसित होती है वे आनेवाली समस्याओं से परिचित होते हैं व उसे मिलकर हल करने का प्रयास करते है। प्रबंधन का अनुभव सफल व्यवसायो के रूप में प्रतिष्ठित होने के लिये करेंगें।
विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. श्रुतिका देवेन्द्र यादव, श्रीमती मंजू अरूण वोरा, श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर (पूर्व महापौर दुर्ग), श्रीमती श्वेता धीरज बाकलीवाल जैन, सुश्री पायल जैन अध्यक्ष छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स दुर्ग-भिलाई, श्रीमती रचना अग्रवाल अध्यक्ष जेसीआई, श्रीमती मोनिका खेतान पूर्व अध्यक्ष जेसीआई, श्रीमती प्रीति मिश्रा समाजिक कार्यकर्ता, श्रीमती संगीता शर्मा अध्यक्ष छत्तीसगढ़ सरयूपाली ब्राम्हण समाज, उपस्थित हुए एवं सभी ने आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि अंचल का पहला महाविद्यालय है जहाँ विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ उद्यमिता का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है। विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित श्रीमती शिजी सीजू एन्थोनी, श्रीमती वाय पूर्णिमा लक्ष्मीपति राजू, श्रीमती बानी सोनी अध्यक्ष यौन उत्पीड़न समिति दुर्ग जिला, श्रीमती सुमन कन्नौजे जर्नल सेक्रेटरी छत्तीसगढ़ चैम्बर्स ऑफ कामर्स महिला विंग, श्रीमती प्रीति अजय बेहरा सामाजिक कार्यकर्ता पूर्व सदस्य छत्तीसगढ सरकार बालकल्याण समाज ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई तथा कहा कि महाविद्यलय के इस आयोजन में आने से हमें अपने बचपन का दिन याद आ रहा है जब मेले में एक ही स्थान पर मनोरंजन, खेल एवं खाना का आनंद उठाते थे उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि महाविद्यालय आपको स्वर्णिम अवसर प्रदान कर रहा है इसका सौ फीसदी लाभ उठाये।
औपचारिकताओं के पूर्व होते ही अतिथियों, प्राध्यापकों व विद्यार्थियों ने छात्र-छात्राओं द्वारा बनाये गये लजीज व्यंजनो का आनंद उठाया विद्यार्थियों ने गरम-गरम पकौड़े, चौसेला व टमाटर चटनी, लीटी-चोखा, समोसा चाट, गुपचुप, पुरनपौली, पोटाटोबाल, बड़ापाव, दही गुपचुप, दही समोसा, भेल, कस्टर्ड, रसगुल्ला, फरा, के साथ साउथ के व्यंजन इलाइदा आदि ने लोगों को आकर्षित किया साथ ही कोल्डकॉफी, चाय, लस्सी जैसे पेय पदार्थ रखे गये। अइरसा, मूरकू आदि की खुशबू ने लोगों की भूख बढ़ाई वहीं महाविद्यालय प्रांगण खाने की खुशबू से महक गया। विद्यार्थियों ने पर्यावरण को स्वच्छ रखने वाले इको फ्रेंडली सजावटी वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई जिसमें कलात्मकता से सजा दिया, कलश, आकाशदीप, मिट्टी से बना ऊँट के आकार का दिया पॉट, तरह-तरह के आकारों की मोमबत्तियाँ, टेराकोटा के सुंदर आभूषण, सजावटी मटकी, फ्लावर पॉट, घरेलू उपयोग की वस्तु लैंप, हर्बल साबुन, हर्बल टी, आदि कलाविथिका के मुख्य आकर्षण थे। कुछ विद्यार्थियों ने मुख्य अतिथि से लेकर सभी अतिथियों, प्रध्यापको एवं विद्यार्थियों को जीत के होड़ में गेम खेलने के लिये विवश कर दिया उन्होंने गेम खेलकर पुरस्कार भी जीते विद्यार्थियों ने मेंहदी लगाकर अपनी कला की छाप छोड़ी। खाने की फैली खुशबू व रंग-बिरंगे समानों से सजा कलाविथिका एक्जीबिशन सहज ही दीवाली की याद दिला रहा था। साथ ही विद्यार्थियों की कलात्मकता रचनात्मकता और मौलिकता की छाप स्पष्ट दिखलाई दे रही थी। दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुये कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की गई है।
अतिथियों व प्राध्यापकों ने लजीज व्यंजनों का आनंद उठाने के साथ-साथ प्रदर्शित व्यंजनों व वस्तुओं की जमकर खरीददारी की जिसमें भाग लेने वाले विद्यार्थियों के चहेरे की खुशी देखेते ही बनती थी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में उद्यमिता सेल से डॉ. शमा ए बेग विभागाध्यक्ष सूक्ष्मजीवविज्ञान, डॉ. अभिलाषा शर्मा सप्रा शिक्षा विभाग, आईक्यूएसी संयोजक डॉ. शिवानी शर्मा विभागाध्यक्ष बायोटेक्नोलॉजी एवं सहसंयोजक डॉ. रजनी मुदलियार विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र, श्री अमरजीत स.प्रा. वाणिज्य, श्री विजय मिश्रा स.प्रा. वाणिज्य, सुश्री रश्मि बनाज स.प्रा. वाणिज्य, सुश्री श्रुति कनोजे स.प्रा. वाणिज्य, गोल्डी राजपूत स.प्रा. कला विभाग, श्रीलता के नायर स.प्रा. कंप्यूटर विभाग, श्रीमती लीना रावते स.प्रा. गणित विभाग का विशेष सहयोग रहा। महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थी व प्राध्यापक कार्यक्रम में शामिल हुए।