भिलाई,असल बात बलौदा बाजार में कांग्रेसी विधायक जब शांति में क्रांति कर रहे थे तब क्या मुंह में दही जमी थी....? भिलाई नगर, नवंबर। भिलाई नगर न...
भिलाई,असल बात
बलौदा बाजार में कांग्रेसी विधायक जब शांति में क्रांति कर रहे थे तब क्या मुंह में दही जमी थी....?
भिलाई नगर, नवंबर। भिलाई नगर निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र सिंह अरोरा ने कहा है कि वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन की राजनीतिक उपलिब्धयां, निरंतर बढ़ते प्रभाव और जन लोकप्रियता से कांग्रेसी घबरा गए हैं। इस बौखलाहट का ही परिणाम है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोक सभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जैसे वरिष्ठ नेता रिकेश सेन के खिलाफ एक छोटी सी घटना की बगैर पूरी जानकारी कुछ सेकंड की वीडियो क्लिपिंग सोशल प्लेटफार्म पर पोस्ट कर रहे हैं। इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकती है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के पास देश हित का कोई मुद्दा नहीं है, भिलाई की एक छोटी सी घटना को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता प्रतिक्रिया जाहिर करने में व्यस्त हैं।
श्री अरोरा ने कहा कि कांग्रेस के ये नेता तब कहां थे जब इनके एक विधायक बलौदा बाजार में शांति पर क्रांति और लोकतंत्र की आड़ में अराजकता फैलाते हुए कलेक्टोरेट और एसपी कार्यालय फूंकवा दिए। तब इनके मुंह में दही क्यों जमा हुआ था। जब सूरजपुर में इनके छात्र विंग एनएसयूआई का कार्यकर्ता एक पुलिस जवान की मासूम बेटी और पत्नी को मार डाला, तब इनकी संवेदनाएं क्यों नहीं जागीं, इनका मानवीय दृष्टिकोण कहां तब कहां था? आज भिलाई की एक छोटी सी घटना जिसमें विधायक रिकेश सेन भीड़ और कोलाहल के बीच गुस्साए युवक को समझा रहे थे, उसको कांग्रेसी नेता मुद्दा बना रहे हैं।
अरोरा का कहना है कि पिछड़ा वर्ग और उनमें भी अति पिछड़ा वर्ग नाई समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले सच्चे छत्तीसगढ़िया और लगातार पांच बार पार्षद निर्वाचित, रिकॉर्ड मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीतने वाले रिकेश सेन की बढ़ती लोकप्रियता से कांग्रेस खास तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपना राजनीतिक वजूद खतरे में महसूस हो रहा है। सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल करने से उनकी बौखलाहट साफ नजर आ रही है। विधायक निर्वाचित होने के बाद रिकेश सेन न केवल अपने क्षेत्र में आधारभूत सुविधाएं और विकास कार्य करवा रहे हैं बल्कि सामाजिक और धार्मिक रूप से भी अपने क्षेत्र को आगे बढ़ाते हुए मजबूत कर रहे हैं। लगातार अर्जित लोकप्रियता के बूते ही आज रिकेश सेन एक ‘कद्दावर शख्सियत’ बन गए हैं। यही बात कांग्रेस को पच नहीं रही है।
अरोरा ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर भूपेश बघेल में दम है तो वे अगला विधानसभा चुनाव वैशाली नगर से रिकेश सेन के खिलाफ लड़ने का ऐलान अभी से कर दें। अपनी कश्ती डगमगाती देख भ्रामक सूचना और नफरत न फैलाएं। भिलाई सौहार्द्र और समभाव की नगरी है। यहां मत भिन्नता हो सकती है, मन भेद नहीं। जिस तालाब के नामकरण को लेकर कांग्रेसी बखेड़ा खड़ा करने की कोशिश कर रहे थे, उसका उसी समय पटाक्षेप हो गया था
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