Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


जिनके छठ पर्व गीतों की गूंज गली =गली में सुनाई दे रही हैं वह शारदा सिन्हा अब हमारे बीच नहीं रही

    नई दिल्ली   . असल बात news.    पूरा देश छठ पर्व की तैयारियों में जुटा हुआ है और एक दिन बाद छठ पर्व की पूजा शुरू हो जाएगी और इसके पहले जि...

Also Read

 



 नई दिल्ली   .

असल बात news.   

पूरा देश छठ पर्व की तैयारियों में जुटा हुआ है और एक दिन बाद छठ पर्व की पूजा शुरू हो जाएगी और इसके पहले जिन्होंने अपने मधुर स्वर से छठ पर्व को गीतों के माध्यम से अलग पहचान दी है उनका नई दिल्ली में निधन हो गया है.हम छठ पर्व मनाने जा रहे हैं तो उनके गीत गली-गली में गूंजते सुनाई दे रहे हैं लेकिनअब वह हमारे बीच नहीं रह गई. पद्मा श्री पुरस्कार से सम्मानित बिहार की स्वर्ग कोकिला मशहूर गायिका शारदा सिन्हा अब इस दुनिया में नहीं रही है.

मंगलवार को दिल्ली एम्स में उन्होंने देर शाम को आखिरी सांस ली. सोमवार की शाम को ही शारदा सिन्हा की तबीयत अधिक बिगड़ गयी थी और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा था. मंगलवार को उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए. इस खबर ने देशभर में उनके शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया. शारदा सिन्हा के गाये छठ गीत अभी हर तरफ बज रहे हैं और इस महापर्व के बीच में उनके देहांत की खबर से प्रशंसकों में मायूसी छायी है.

सोमवार को शाम में शारदा सिन्हा की तबीयत अचानक फिर बिगड़ गयी. जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ गया था. उनके पुत्र अंशुमन लगातार हेल्थ अपडेट दे रहे थे. सोशल मीडिया पर आकर उन्होंने जानकारी दी थी कि इंफेक्शन की वजह से मां की तबीयत अधिक बिगड़ गयी और वेंटिलेटर पर उन्हें देना पड़ा. उनकी आंखें बंद हैं और अचेत अवस्था में हैं. जबकि सोमवार की सुबह जब उनके पुत्र अंशुमन ने अपनी मां से कुछ बात करने की कोशिश की तो शारदा सिन्हा की आंखों की पुतली में बेहद हल्की सी हरकत महसूस की गयी थी.

शारदा सिन्हा फिर से सेहतमंद होकर लौटेंगी. मौत से लड़कर वो जीतेंगी. ये उम्मीद उनके प्रशंसकों और परिवारजनों को थी, लेकिन शारदा सिन्हा जिंदगी की जंग हार गयीं और उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए. सोशल मीडिया पर भी उनके प्रशंसक उन्हें याद करके श्रद्धांजलि दे रहे हैं. खासकर छठ महापर्व के बीच में उनका इस दुनिया से जाना लोगों को अधिक रूला गया है. हालांकि शारदा सिन्हा आज भी और आने वाले दिनों में भी अपनी गीतों के माध्यम से सबके अंदर जीवित रहेंगी.

बता दें कि शारदा सिन्हा के पति का निधन हाल में हो गया था. ब्रेन हैमरेज के कारण उनका देहांत हो गया था. इसी साल दोनों ने अपनी शादी की 54वीं सालगिरह भी मनायी थी. गौरतलब है कि शारदा सिन्हा लोकप्रिय गायिका थीं और अपने गाये छठ गीतों को लेकर बिहार में वो काफी प्रसिद्ध रही हैं. संगीत में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री और पद्म विभूषण सम्मान तक मिला है.

Prime Minister condoles the demise of renowned folk singer Sharda Sinha

Prime Minister Shri Narendra Modi today condoled the demise of renowned folk singer Sharda Sinha. Remarking that Maithili and Bhojpuri folk songs of Sharda Sinha have been very popular for last several decades, Shri Modi said her melodious songs associated with the great festival of faith, Chhath will always be remembered.

In a post on X, he wrote:

“सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!”