दुर्ग,असल बात दुर्ग। दिवाली के पर्व पर जहां लोग अपने परिवार के साथ खुशियां मना रहे थे, वहीं जन समर्पण सेवा सँस्था ने जरूरतमंदों की जिंदगी मे...
दुर्ग,असल बात
दुर्ग। दिवाली के पर्व पर जहां लोग अपने परिवार के साथ खुशियां मना रहे थे, वहीं जन समर्पण सेवा सँस्था ने जरूरतमंदों की जिंदगी में खुशियों के रंग भरने का अनोखा कार्य किया। यह ग्रुप समाज में प्रेम, सेवा और समर्पण का बेजोड़ उदाहरण पेश करता है, और इस दिवाली पर जन समर्पण सेवा सँस्था ने फिर से साबित कर दिया कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
जन समर्पण सेवा सँस्था ने इस वर्ष खुशियों की दीपावली सप्ताह का आयोजन किया जिसमें दिनाँक 27 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक अलग अलग स्थानों में जाकर सेवा कार्य करते हुए हर जरूरतमंदों को खुशियों की दीपावली बनाने हेतु नया कपड़ा, मिष्ठान नमकीन साबुन निरमा बर्तन चॉकलेट नाश्ता एवं भोजन का वितरण किया,
सँस्था ने इस वर्ष दुर्ग भिलाई के लगभग सभी वृद्धा आश्रमों, महिला आश्रमों बाल आश्रम एवं निचली बस्तियों में इस दिवाली की सुबह-सुबह जरूरतमंद परिवारों के बीच जाकर मिठाई, कपड़े, जूते-चप्पल, स्वेटर और पटाखों का वितरण किया गया।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ज़न समर्पण सेवा सँस्था ने उन जरूरतमंदों के साथ दीवाली बनाई जिनको नया कपड़ा पहने बहुत वर्ष हो गया था, जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग द्वारा दिनांक 27 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक दुर्ग जिले के अलग अलग स्थान जिसमें वृद्धाआश्रम, अनाथ हॉस्पिटल बालआश्रम, मंदबुद्धि स्कूल, दुर्ग स्टेशन, समृद्धि बाजार के पास, बस स्टैंड एवं शहर के अन्य स्थानों में जीवन यापन कर रहे गरीब, असहाय, महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे जिनके पास या तो घर नही है या फिर भीख मांगकर फुटपात में रहे रहे है सभी महिलाओं, बुजुर्गों एवं बच्चों को नये कपड़े, मिष्ठान, नमकीन, रंगीन फटाखे, का वितरण करके सँस्था के सदस्यों ने जरुरतमंद परिवारों के बच्चों लिए भी त्योहार की खुशियों को साझा किया।
सँस्था के अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा ने सँस्था का उद्देश्य गरीबों की मदद करना ही नहीं है, समाज में जरूरतमंद लोगों के बीच में पहुंचकर उन्हें एहसास कराना है कि वह अकेले नहीं हैं। हमारे लिए हर त्यौहार का असली मतलब है किसी की जिंदगी में खुशी का एहसास देना। यह सिर्फ हमारी सामाजिक जिम्मेदारी ही नहीं, हमारे दिल की इच्छा भी है कि हम ऐसे लोगों तक पहुंचें जो खुद से यह साधन नहीं जुटा सकते। हमने दिवाली को सही मायनों में मनाने का प्रयास किया है।
जन समर्पण सेवा सँस्था की टीम मानव सेवा के क्षेत्र में सक्रिय होने के साथ ही बेजुबान पशुओं की मदद के लिए भी तत्पर रहता है। इस दिवाली, ग्रुप ने सेवा की भावना से भरपूर होकर यह संदेश दिया कि वास्तविक खुशी दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाने से ही मिलती है। जन समर्पण सेवा सँस्था ने दिवाली का पर्व गरीबों और जरूरतमंदों के बीच पहुंचकर उन्हें इस त्योहार का हिस्सा बनाया और इस कार्य से समाज को एक मिसाल पेश की।
सँस्था द्वारा इस वर्ष दुर्ग भिलाई के सभी आश्रमों एवं निचली बस्तियों में लगभग 400 कुर्ता पैजामा, 300 साड़ी 200 सलवार सूट एवं 300 बच्चों को खुशियों की दीपावली बनाने के लिए नया कपड़ा साथ ही साथ मिष्ठान नमकीन साबुन निरमा एवं अन्य जरूरत की सामग्री का वितरण किये,
सँस्था द्वारा इस वर्ष की खुशियों की दीपावली सप्ताह के अंतिम दिवस ग्राम मोहलाई में जरूरतमंद बच्चों के साथ दीवाली बनाई जिसमें लगभग 500 बच्चों को दीवाली बनाने के लिए पटाखा मिष्ठान नमकीन, टिफिन बॉक्स चॉकलेट एवं अन्य सामग्री का वितरण किया गया जिसे देख बच्चे बहुत खुश हुए.
इस कार्यक्रम में पायल जैन नवकार परिसर सँस्था के अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा बंटी आशीष मेश्राम प्रकाश कश्यप सुजल शर्मा राजेन्द्र ताम्रकार रूपल गुप्ता प्रतिभा पुरोहित अर्जित शुक्ला महेंद्र साहू अख्तर खान मृदुल गुप्ता दद्दू ढीमर रिषी गुप्ता मोहित पुरोहित खुश चन्की मनहरे किशन चौरसिया अश्वनी साडेकर अमन मनहरे अनमोल पांडेय नमन खंडेलवाल अक्षत सुयश गुप्ता सार्थक शर्मा मोक्ष शर्मा डोमन सिन्हा संजय सेन वेदांत शर्मा शिबू खान दुर्गेश यादव एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे, "दिवाली की सुबह जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आई जन समर्पण सेवा सँस्था की टीम, दिवाली पर बांटे नये कपड़े, मिठाई और पटाखे, जरूरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान लाने में जुटा जन समर्पण सेवा सँस्था का ग्रुप, "दिवाली की सुबह जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आई जन समर्पण सेवा सँस्था की टीम, दिवाली पर बांटे नये कपड़े, मिठाई और पटाखे, जरूरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान लाने में जुटा जन समर्पण सेवा सँस्था का ग्रुप
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