भिलाई. असल बात news. स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसायटी इंडिया क...
भिलाई.
असल बात news.
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसायटी इंडिया के सहयोग से नौवे आयुर्वेद दिवस के अवसर पर क्विज़ और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस वर्ष की थीम थी "वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेदिक नवाचार," जिसमें विशेष रूप से गैर-संचारी रोगों और एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध से निपटने पर जोर दिया गया। प्रतियोगिता का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन, वृद्धावस्था और मानसिक स्वास्थ्य, पोषण संबंधी विकारों जैसी चुनौतियों का समाधान करना, साथ ही निवारक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण को बढ़ावा देना था।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दृष्टिकोण का समर्थन करना भी था। कार्यक्रम की संयोजक एवं माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. शमा ए. बेग ने अपने विचार साझा किए और प्रतिभागियों को इस क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
क्विज़ में प्रतिभागियों से ऐसे प्रश्न पूछे गए, जैसे "कौन सा देश आयुर्वेद को एलोपैथी के साथ अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का आधिकारिक हिस्सा मान चुका है?" और "मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए मुख्य आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी कौन सी है?" इन प्रश्नों के माध्यम से छात्रों को आयुर्वेद के वैश्विक स्वास्थ्य में योगदान के बारे में जागरूक किया गया। इस प्रश्नोत्तरी में विभिन्न राज्यों के प्रतिभागियों ने बढ़ चढकर हिस्सा लिया।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने कार्यक्रम की सराहना की। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि प्रश्नोत्तरी के माध्यम से छात्र-छात्राएँ विषय ज्ञान का आकलन कर पायेंगे तथा इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर कराए जाने चाहिए।
इस कार्यक्रम में स.प्रा. योगिता लोखंडे व स.प्रा. समीक्षा मिश्रा सूक्ष्मजीवविज्ञान विभाग का विशेष योगदान रहा। यह प्रतियोगिता आयुर्वेद की अद्वितीयता और इसकी व्यापक संभावनाओं को उजागर करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।