Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक, दुर्ग के निर्देशानुसार बैंक प्रबंधकों की पुलिस के साथ समन्वय बैठक आयोजित

असल बात न्युज  जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक, दुर्ग के निर्देशानुसार बैंक प्रबंधकों की पुलिस के साथ समन्वय बैठक आयोजित  साईबर काईम से पीड़...

Also Read

असल बात न्युज 

जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक, दुर्ग के निर्देशानुसार बैंक प्रबंधकों की पुलिस के साथ समन्वय बैठक आयोजित 

साईबर काईम से पीड़ितों के एकाउण्ट को होल्ड, अनहोल्ड किए जाने के संबंध में की गयी चर्चा 

बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखने, गार्ड रखने हेतु कराया गया अवगत 

संदिग्ध एकाउण्ट नम्बरों की दी जाएगी जानकारी 






     

जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक, दुर्ग के निर्देशानुसार आज दोपहर 12.00 बजे पुलिस कण्ट्रोल रूम, सेक्टर-6 भिलाई में सुखनंदन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, शहर, दुर्ग की उपस्थिति में शहर के बैंक प्रबंधकों की बैठक आयोजित की गयी । बैठक के दौरान साईबर ठगी के तहत बढ़ते अपराध के तरीकों से अवगत कराया जाकर, इन अपराधों के रोकने, पीड़ितों को अविलम्ब सहयोग पहुंचाने, गोल्ड लोन वाले मामलों की पूर्ण तस्दीक किए जाने, बैंकों की सुरक्षा हेतु आवश्यक चर्चा की गयी ।

बैंक प्रबंधकों को निम्न निर्देश दिए गए :-

साईबर काईम के अपराधों में पुलिस के साईबर सेल व्दारा चाही गयी जानकारी समय रहते उपलब्ध कराने, रकम होल्ड, अनहोल्ड करने संबंधी बैंक की कार्यवाही तत्परता से करने ताकि पीड़ितों को राहत मिल सकें।

एटीएम के फूटेज तत्काल उपलब्ध कराया जाए। प्रत्येक एटीएम में 24 घण्टे सुरक्षा गार्ड रखा जाए एवं सुरक्षा गार्ड के माध्यम से एटीएम में मुंह में गमझा या नकाब पहनकर एटीएम का उपयोग न करने दिया जाए ।

बैंक के अंदर गमझा या नकाब पहनकर प्रवेश करने वाले ग्राहकों पर सुरक्षा गार्ड के माध्यम से रोक लगायी जाए ।,

पुलिस व्दारा मांगे जाने पर डेली सेंटलमेंट रिपोर्ट तथा बेनीफेसरी डिटेल तत्काल उपलब्ध कराया जाए ।

बैंक शाखाओं में किसी भी ग्राहक के बैंक का खाता किसी भी बैंक व्दारा होल्ड लगाने पर इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दी जाए। साईबर ठगी के अपराधों (सेक्सटार्सन, डिजीटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग आदि) से पीड़ित व्यक्ति के बैंक आने पर उसकी हरसंभव सहयोग किया जाए ।

पुलिस व्दारा फाईनेंसियल व एटीएम ठगी के प्रकरणों में ठगों के खातों में ट्रांसफर रकम को तत्काल होल्ड करने सहित बैंकों में ठगों के खातों की राशि, होल्ड राशि को पीड़ितों के खाते में बिना किसी जटिल प्रक्रिया के आसानी से वापस किया जाए ।

संदिग्ध खातों की जानकारी पुलिस को दी जाए ।

बैंक की सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरा बैंक के अंदर, बाहर के साथ ही बैंक के चारों दिशाओं में एवं मार्ग को कव्हर करते हुये लगाया जाए। कैमरा लगातार चालू रखा जाए । बैकअप डाटा रखा जाए ।

बैंक का आलर्म सुचारू रूप से कार्य करें, इस हेतु समय-समय पर इसे चेक किया जाए।

सभी बैंकों में गार्ड रखा जाए एवं गार्ड के आर्म्स का वेरिफिकेशन कराया जाए ।

बैंक में फायर सिस्टम लगाया जाए। संदिग्धों की सूचना तत्काल पुलिस को दिया जाए।

बैंक प्रबंधकों को अपने बैंक के व्हाट्स अप ग्रुप के साथ संबंधित थाना/चौकी के अधि. / कर्म. को जोड़ने या थाना/चौकी के अधि./ कर्म. के व्हाट्स अप ग्रुप में बैंक के अधि. / कर्म. को जोड़ने, संदिग्ध एकाउण्ट की जानकारी पुलिस को देने हेतु आवश्यक सहमति बनी।

साथ ही बैंकों के टेक्नीकल स्टाफ एवं पुलिस के साईबर सेल के मध्य समन्वय स्थापित कर कार्य किए जाने हेतु आने वाले समय में एक सेमीनार का आयोजन किये जाने के संबंध में विचार किया गया ।

बैठक में सत्यप्रकाश तिवारी, नगर पुलिस अधीक्षक, भिलाई नगर, हरिश पाटिल, नगर पुलिस अधीक्षक, छावनी, हेम प्रकाश नायक, उप पुलिस अधीक्षक, काईम, साईबर से जावेद खान एवं 75 से अधिक बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ बड़ौदा, यूनियन बैंक आफ इंडिया, आईआईएफएल फायनेंसियल बैंक, बैंक आफ महाराष्ट्रा, पंजाब नेशनल बैंक, अपेक्स बैंक, यूकों बैंक, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, साउथ इंडियन बैंक, छ.ग. राज्य ग्रामीण बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, केनरा बैंक, इंडियन बैंक, एचडीएफसी बैंक, सेण्ट्रल बैंक आफ इंडिया, उत्कर्ष बैंक, इण्डस्ट्रीयल बैंक, इण्डसलेण्ड बैंक, भिलाई नागरिक सहकारी बैंक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, छ.ग. गृह को-आपरेटिव्ह, यश बैंक, प्रगति महिला नागरिक सहकारी बैंक, आईडीबीआई बैंक के प्रबंधक उपस्थित थे ।