जशपुरनगर। जिले के दुलदुला ब्लाक में रविवार को गौ हत्या की घटनाओं के विरोध में सैकड़ों गौ सेवक सड़क मे ंउतर कर विरोध प्रदर्शन किया। पदयात्रा...
जशपुरनगर। जिले के दुलदुला ब्लाक में रविवार को गौ हत्या की घटनाओं के विरोध में सैकड़ों गौ सेवक सड़क मे ंउतर कर विरोध प्रदर्शन किया। पदयात्रा का शुभारंभ दुलदुला के सिरीमकेला गांव से चटकपुर तक आयोजित की गई थी। संत समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आचार्य राकेश,बजरंग दल के जिलाध्यक्ष विजय आदित्य सिंह जूदेव और भाजयुमों के जिलाध्यक्ष शौर्य प्रताप सिंह जूदेव के नेतृत्व में चटकपुर के लिए रवाना हुए।
भगवान श्रीराम और गौ माता के जयकारे के साथ पदयात्री गौ हत्या बंद करने का नारा बुलंद करते हुए 2 किलोमीटर दूर स्थित गांव चटकपुर पहुंचे। इस गांव में कुछ दिन पहले ही गौ हत्या की घटना हुई थी। यहां पहुंच कर पदयात्रा धर्म सभा में तब्दील हो गई। धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य राकेश ने कहा कि हिंदूओं की आस्था और भावनाओं से खिलवाड़ बंद हो चाहिए। अल्प संख्यक समुदाय को यह महसूस करना होगा कि बहु संख्यक अगर गौ हत्या जैसी घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करेगें तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है। उन्होनें राज्य सरकार से गौ माता को राजमाता का दर्जा देने की मांग की।
बजरंग दल के जिलाध्यक्ष विजय आदित्य सिंह जूदेव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सात समुंदर पार से आए लोग,सनातन धर्मावंलबियों के आस्था और विश्वास से खिलवाड़ कर रहें हैं। अब यह सब नहीं चलेगा। हम सब ने गौ हत्या,मतांतरण और चंगाई सभा जैसी घटनाओ ं को रोकने का दृढ़ निर्णय किया है। आज के पदयात्रा में शामिल गौ सेवकों का उत्साह बता रहा है कि अगर अब भी विधर्मी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो उनकी मुश्किलें बढ़ेगी। उन्होनें कहा कि गौ हत्या और गौ तस्करी जैसी घटनाओं पर राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर रही है। लेकिन इसे पूरी तरह से खत्म करने के लिए हम सबकों को एकजुट हो कर काम करना होगा।
भाजयुमो के जिलाध्यक्ष शौर्य प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि पदयात्रा का उद्देश्य ही गौ हत्या और गौ तस्करी को रोकना है। इसमें जिस तरह लोग एकजुट हुए हैं,वह विधर्मियों के लिए समय रहते सुधर जाने का संदेश है। यह अभियान समय तक चलता रहेगा,जब तक गौ माता की सुरक्षा शत प्रतिशत सुनिश्चित नहीं हो जाती है।
कार्यक्रम में यश प्रताप सिंह जूदेव,करनैल सिंह,ममता कश्यप,गणेश मिश्रा,मनैजर राम सहित विहिप,बजरंग दल और भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे।