भिलाई. असल बात news. स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको ,भिलाई में तुलसी पूजन दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन कि...
भिलाई.
असल बात news.
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको ,भिलाई में तुलसी पूजन दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की संयोजिका डॉ सावित्री शर्मा ,प्रोफेसर, शिक्षा विभाग एवं प्रभारी कला विभाग ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धार्मिक एवं सांस्कृतिक परंपराओं को निभाना हमारी सांस्कृतिक धरोहर एवं पर्यावरण को संरक्षित रखने का एक अनूठा प्रयास है। इनके माध्यम से व्यक्ति को आत्मिक शांति ,मानसिक स्थिरता, आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है और सामाजिक एकता एवं सौहाद्र सुदृढ़ होते हैं ।
महाविद्यालय के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा एवं डॉ मोनिशा शर्मा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि पर्व और त्योहार हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। महाविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विद्यार्थियों को इन कार्यक्रमों के माध्यम से मूल्य शिक्षा प्रदान करना एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना अत्यंत सराहनीय कदम है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर हंसा शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन धर्म में तुलसी पूजन दिवस एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिवस का न केवल धार्मिक अपितु सामाजिक और पारिवारिक जीवन में गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। तुलसी हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है ।वर्तमान में वैज्ञानिक यह सिद्ध कर चुके हैं कि इनके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं शरीर में संतुलन बना रहता है । क्योंकि तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट गुणधर्म है और विभिन्न संक्रामक रोगों में तुलसी विशेष स्फूर्तिवर्धन पौधा है। यह दिवस समाज में सुख शांति एवं मंगलमय जनजीवन का संदेश देता है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने तुलसी वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधकर उनके संरक्षण की प्रतिज्ञा ली । तुलसी का प्रयोग स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है तुलसी का सेवन और आरोग्यता एक दूसरे के पूरक है ।
इस अवसर पर महाविद्यालय में तुलसी पूजन कार्यक्रम उल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। समस्त प्राध्यापको एवं विद्यार्थियों ने एकत्रित होकर वृंदा कथा का श्रवण किया ।जिसके माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों से परिचित कराया गया ।विद्यार्थियों द्वारा इंडियन नॉलेज सिस्टम के अंतर्गत उत्सव में लोक मंगल गीत प्रस्तुत किए गए तथा तुलसी पौधे का वितरण भी किया गया ।तुलसी पूजन के माध्यम से हम प्रकृति और पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों को जोड़कर देखते हैं ,क्योंकि तुलसी पौधा पर्यावरण को शुद्ध और स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तुलसी के कई औषधीय गुण होते हैं इसलिए यह हर आंगन की शोभा है ।तुलसी पूजन दिवस दिव्य ऊर्जा की वापसी का प्रतीक है । सनातन धर्म में यह नई आध्यात्मिक शुरुआत है एवं सकारात्मक ऊर्जा को प्रवाहित करने का विशेष माध्यम है।
इस अवसर पर रंगोली एवं तुलसी चौरा सजाओ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी सृजनात्मक प्रतिभा का विशेष परिचय प्रस्तुत किया ।रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रियंका द्वितीय स्थान मेघा ठाकुर एवं तृतीय स्थान श्रुति ने प्राप्त किया ,जबकि तुलसी चौरा सजाओ प्रतियोगिता में शीतल साहू प्रथम स्थान पर रही नेहा विश्वकर्मा ने द्वितीय एवं वेदांत पांडे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में समस्त प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि तुलसी पूजन दिवस जागरूकता अभियान के माध्यम से समाज में सामाजिक एकता जीवन के सार्वभौमिक मूल्य जैसे प्रेम , कृतज्ञता, धर्मनिरपेक्षता बनाए रखने में हम अपना अमूल्य सहयोग देंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त विद्यार्थियों एवं अध्यापकों का विशेष सहयोग रहा।