0 बोर्ड परीक्षाए प्रभावित नहीं होगी, मार्च के पहले करा लिया जाएगा निकाय चुनाव 0 प्रदेश में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव एक साथ होंगे 0 पिछड...
0 बोर्ड परीक्षाए प्रभावित नहीं होगी, मार्च के पहले करा लिया जाएगा निकाय चुनाव
0 प्रदेश में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव एक साथ होंगे
0 पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट के आधार पर ही होगा आरक्षण
0 *छत्तीसगढ़ में पंचायत और निकाय चुनाव साथ होंगे, बैलेट पेपर से होगा मतदान : उप-मुख्यमंत्री श्री अरुण साव
रायपुर।
असल बात news.
जिन्हें स्थानीय निकाय के चुनाव के बारे में किसी भी तरह का इंटरेस्ट है उन्हें इस समाचार,यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए.तमाम तरह की अटकलों के बीच स्थानीय निकाय के चुनाव के बारे में कई सारी चीजें स्पष्ट होती जा रही हैं. राज्य सरकार इस चुनाव को शीघ्रतिशीघ्र करा लेने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहरा रही है. बहुत लोग या आशंका जाहिर करते रहे हैं कि मार्च में बोर्ड परीक्षा और महाविद्यालय की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो जाएगी, और स्थानीय निकाय के चुनाव के चलते यह परीक्षाएं काफी कुछ प्रभावित हो सकती हैं. इस बारे में अब यह साफ होता जा रहा है कि यह स्थानीय निकाय का चुनाव, मार्च महीने के पहले अथवा यह कहें कि बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने के पहले पूर्ण कर लिया जाएगा. इसकी तैयारी बोर्ड परीक्षाओ को प्रभावित होने से बचाने के लिए की जा रही है. दूसरी महत्वपूर्ण बात, अब यह भी काफी कुछ साफ हो गया है कि नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव,दोनों चुनाव एक साथ होंगे. महापौर और अध्यक्ष पदों का आरक्षण, पिछड़ा वर्ग की रिपोर्ट के अनुसार ही होगा.
राज्य में ज्यादातर नगरीय निकायों की कार्यकारिणी का कार्यकाल दिसंबर महीने में खत्म होने जा रहा है. और इसके पहले इसका चुनाव कर लिया जाना होता है.लेकिन ताजा परिस्थितियों में इसका चुनाव आगे खिसक गया है. अभी इसको लेकर अटकलों का दौर चल रहा है कि यह चुनाव आखिर कब तक हो सकेगा. पहले ऐसी संभावना बनी थी कि जनवरी महीने के पहले सप्ताह तक इसके चुनाव की तिथियां घोषित हो जाएंगी. लेकिन अब आरक्षण की तारीख ही बढ़ गई है तो जनवरी में जनवरी महीने में आचार संहिता लगने पर भी यह चुनाव फरवरी महीने के पहले तो नहीं हो सकेगा. राज्य के नगरी प्रशासन मंत्री अरुण साव ने आज इस बारे में बहुत कुछ स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह चुनाव जल्द से जल्द करने की तैयारी में है. पंचायत और नगरीय निकाय दोनों के चुनाव एक साथ कराए जाएंगे.
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने रायपुर निवास कार्यालय में चर्चा करते हुए कहा कि, प्रदेश में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव एक साथ होंगे। दोनों चुनाव में वोट बैलेट पेपर से डाले जाएंगे। इसकी तैयारी राज्य निर्वाचन आयोग ने कर ली है।
श्री साव ने बताया कि, पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सरकार ने बहुत पहले से तैयारी शुरू कर दी थी।इस बार बहुत सारी चीजें हुई है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पालन में आरक्षण पद्धति बदली गई। पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया और उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही आरक्षण हो रहा है। इसी प्रकार निकायों में महापौर और अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का निर्णय लिया गया है। इस बीच कई नए निकाय बने हैं। नगर पंचायतों को नगर पालिका बनाया गया हैं। इन सब की तैयारी में काफी समय लगा।
डिप्टी सीएम श्री साव ने कहा कि, नगरीय निकायों में 7 जनवरी तक अध्यक्ष और महापौर पद के लिए आरक्षण निर्धारित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। जैसे ही आरक्षण की प्रकिया समाप्त होगी, उसकी सूचना चुनाव आयोग को भेजी जाएगी और उसके बाद वे चुनाव के कार्यक्रम घोषित करेंगे।
श्री साव ने बताया कि, पहले मतदाता सूची साल में एक बार तैयार की जाती थी। अब हर तीन महीने में सूची बनाने का निर्णय लिया है, ताकि नए मतदाताओं को अपने नाम जुड़वाने में आसानी हो। उन्होंने कहा कि, बोर्ड परीक्षा मार्च से शुरू हो रही है। उम्मीद है कि सभी चुनाव बोर्ड परीक्षा से पहले करा लेंगे।
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