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कलेक्टर वर्मा ने निर्माणधीन आंगनबाड़ी भवनों की गुणवत्ता की सख्त मॉनिटरिंग के निर्देश दिए, दशरंगपुर के निर्माणाधीन भवन में खामियां, कलेक्टर ने मॉनिटरिंग पर जताई नाराजगी, कबीरधाम जिले में 10.52 करोड़ की लागत से बन रहे 90 आंगनबाड़ी भवन

कवर्धा,असल बात कवर्धा, राज्य शासन की स्वीकृति से कबीरधाम जिले में बच्चों और महिलाओं के पोषण और शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए दस करोड़ बावन लाख...

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कवर्धा,असल बात


कवर्धा, राज्य शासन की स्वीकृति से कबीरधाम जिले में बच्चों और महिलाओं के पोषण और शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए दस करोड़ बावन लाख रूपए की लागत से 90 नए आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण किया जा रहा है। इन भवनों का निर्माण कवर्धा, बोड़ला, पंडरिया और सहसपुर लोहारा विकासखंडों में हो रहा है। इनमें कवर्धा विकासखंड में 19, बोड़ला में 35, पंडरिया में 31 और सहसपुर लोहारा में 5 भवन बन रहे हैं।

कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने शुक्रवार को कवर्धा विकासखंड के ग्राम दशरंगपुर में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन क्रमांक-1 का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण में गंभीर खामियां पाई गईं। दीवारों के ऊपर बने स्लैब कमजोर थे और टाइल्स लगाने से पहले बेस मजबूत नहीं था। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी भवन बच्चों की शिक्षा और पोषण का आधार होते हैं। यदि इन भवनों की नींव ही कमजोर होगी, तो यह भविष्य में गंभीर समस्याएं खड़ी कर सकता है।

कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने संबंधित निर्माण एजेंसी और जनपद पंचायत की मॉनिटरिंग व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण प्रक्रिया की हर स्तर पर गहनता से जांच होनी चाहिए और तय समय सीमा के भीतर निर्माण कार्य को पूरा किया जाए।

कलेक्टर ने जिले के कवर्धा, बोड़ला, पंडरिया और सहसपुर लोहारा विकासखंडों के सीईओ और तकनीकी सहायकों को निर्देश दिए कि वे सभी निर्माणाधीन भवनों का नियमित निरीक्षण करें और मॉनिटरिंग रिपोर्ट सीधे उनके कार्यालय में प्रस्तुत करें।

राज्य सरकार की स्वीकृति के तहत इन भवनों का निर्माण जिले के बच्चों और महिलाओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। कलेक्टर ने विशेष रूप से सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्तापूर्ण सामग्री के उपयोग और निर्धारित मानकों का पालन करने पर जोर दिया।

कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र भवन न केवल बच्चों की शिक्षा का केंद्र है, बल्कि उनके जीवन के लिए एक मजबूत आधार तैयार करता है। गुणवत्ताहीन निर्माण भविष्य के साथ खिलवाड़ है, जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि इस परियोजना के तहत पूरे जिले में निर्माणाधीन 90 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। कलेक्टर ने इन भवनों की गुणवत्ता पर विशेष मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी खामी को समय रहते दूर किया जा सके।

असल बात,न्यूज