भिलाई. असल बात news. स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विद्यार्...
भिलाई.
असल बात news.
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विद्यार्थियों के लेखन कौशल बढ़ाने के उद्देष्य से परामर्श व्याख्यान का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए स.प्रा. खुशबू पाठक विभागाध्यक्ष प्रबंधन ने बताया विभाग द्वारा यह महसूस किया गया कि विद्यार्थी बहुत मेहनत व लग्न से पढ़ते है परीक्षा में लिखते भी है पर अपेक्षित नंबर नहीं मिलपाता। इस समस्या को दृष्टिगत रखते हुए स्वरूपानंद महाविद्यालय के प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है जिससे वे दिशा निर्देश दे सकें कि वार्षिक परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर कैसे लिखे जिससे उन्हें अधिकतम अंक मिल सकें। इसके लिए महाविद्यालय की प्रतिभावान छात्रा पांडवा भाग्यश्री व मिताली उमरेदकर को आमंत्रित किया गया।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा एवं प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कार्यक्रम की सराहना की। यह कार्यक्रम का आयोजन एल्मुनाई छात्रों के परामर्श प्राप्त करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया जिससे विद्यार्थियों के लेखन कौषल में वृद्धि की जा सकें जिससे बेहतर परीक्षा परिणाम आ सकें साथ ही उनकी रचनात्मक क्षमता में भी वृद्धि हो सकें।
भूतपूर्व छात्र बीबीए भाग्यश्री ने विद्यार्थियों को बताया परीक्षा का समय तीन घंटे होता है अतः सबसे पहले अपने समय को प्रतिबंधित करें की तीन घंटे में पूरे प्रश्न बने कोई प्रश्न छूटे नहीं। उत्तर लिखने से पहले सबसे पहले उत्तर की रूपरेखा तैयार करें प्रस्तावना व निकर्ष अवष्य लिखें।
उन्होंने बताया महाविद्यालय नियमित आयंे इससे हम महाविद्यालय, अंतर महाविद्यालय व विष्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग ले सकते है। जो हमारे सीवी के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक है। इकाई परीक्षा, मॉडल परीक्षा, एसाइमेंन्ट आदि पूरा करें इससे वार्षिक परीक्षा की तैयारी होती रहेगी।
मीताली ने अपना मॉडल उत्तर दिखाया व बताया कैसे हाईलाईट कर उत्तर लिखें पाईंट को रेखांकित करें परिभाषा को काले पेन से लिखें जिससे वह अलग से दिखें। ग्राफ व चित्रों का प्रयोग आवष्यकतानुसार करने की बात कहते हुये बताया ज्यादा लिखने से नहीं अपितु अच्छा लिखने से नंबर मिलता है। अधिक बड़ा-बड़ा न लिखें लाईन न छोड़े व मार्जिन छोड़-छोड़ कर नहीं लिखना चाहियें।
डॉ. शर्मिला सामल विभागाध्यक्ष वाणिज्य ने विद्यार्थियों की सराहना की व कहा जो विद्यार्थी सक्सेस है हमें उनके अनुभव से हमें सिखना चाहिये।
कार्यक्रम को सफल बनाने में स.प्रा. अमरजीत वाणिज्य, स.प्रा. प्रबंधन रश्मि बनाज ने कार्यक्रम को सफल बनाने में विषेष योगदान दिया।