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Breaking,छत्तीसगढ़ में नहीं,अब दिल्ली से होगा प्रत्याशियों के नामों पर अंतिम निर्णय

  छत्तीसगढ़ . असल बात न्यूज़.              0 विशेष संवाददाता    महापौर,अध्यक्ष और पार्षद पदों के प्रत्याशियों को तय करने के लिए भारतीय जनता ...

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 छत्तीसगढ़ .

असल बात न्यूज़.  

          0 विशेष संवाददाता  

महापौर,अध्यक्ष और पार्षद पदों के प्रत्याशियों को तय करने के लिए भारतीय जनता पार्टी में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है और अभी यह माना जा रहा था कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक के बाद इनके नाम तय हो जाएंगे. लेकिन जो ताजा जानकारी मिल रही है उसके अनुसार छत्तीसगढ़ में उनके नाम पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है और अब इन प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम निर्णय दिल्ली से होगा. जानकारी के अनुसार नगर निगम दुर्ग के महापौर के लिए अभी पांच दावेदारों के नाम आगे बढ़ाए गए हैं. सूत्रों का कहना है कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में भी इनमें से किसी एक नाम पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है बल्कि यह सभी नाम दिल्ली भेज दिए गए हैं और वहां चुनाव समिति उनके नाम पर निर्णय करेगी.

कई स्तर की बैठकों के बावजूद प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम निर्णय नहीं हो पा रहा है. इसका साफ मतलब है कि एक-एक नाम पर काफी बड़ा दबाव है.हर तरफ से दबाव बनाया जा रहा है. प्रदेश स्तर की जो चुनाव समिति की बैठक हुई है उसमें, आपने देखा होगा कि कितने वरिष्ठ नेता वहां उपस्थित थे. मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वयं बैठक में हिस्सा लिया. लेकिन जो ताजा जानकारी आ रही है कि उसमें भी प्रत्येक नाम पर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है और अंतिम निर्णय लेने के लिए दिल्ली चुनाव समिति की तरफ नाम आगे बढ़ा दिया गया है. किसी ने स्पष्ट नहीं किया है लेकिन एक बात यह जरूर कहा जा रहा है कि कुछ नाम जरूर काट दिए गए हैं. सभी के सभी नाम दिल्ली नहीं भेजे गए हैं. सूत्रों का यह भी कहना कि कुछ जगह से सिर्फ एक ही नाम दिल्ली भेजा गया है. और उसे दिल्ली राष्ट्रीय चुनाव समिति के पास अनुशंसा के लिए भेजा गया है. यह एक औपचारिक अनुशंसा जो जरूरी है उसे लिया जाना है इसलिए नाम दिल्ली भेजे गए हैं.

इस बार भारतीय जनता पार्टी,स्थानीय निकाय के चुनाव को लेकर शुरू से आक्रामक स्थिति में है तथा वह इस चुनाव में अपनी जीत के बढ़कर चढकर दावे भी कर रही है. दूसरी तरफ राजनीतिक गलियारों में ऐसा देखा गया है कि स्थानीय निकाय के चुनाव में उस राजनीतिक दल को ज्यादातर बढ़त मिलती रही है जो पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ है. वर्तमान में छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है तो उसके कार्यकर्ताओं और समर्थकों का उत्साह काफी बड़ा हुआ है. ऐसे में भाजपा के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के द्वारा महापौर अध्यक्ष और पार्षद पदों की टिकट के लिए बढ़-चढ का दावेदारी की जा रही है. एक-एक वार्ड से 7-7,8-8 नाम तक आ रहे हैं. महापौर पद के लिए भी इतने नाम सामने आ गए हैं कि किसका नाम काटा जाए और किसे आगे बढ़ाया जाए कहना मुश्किल हो गया है. रायपुर नगर निगम में भी यही हालत है तो दुर्ग में भी ऐसे ही हालत दिखाई दे रहे हैं. रायपुर नगर निगम में महापौर पद अनारक्षित महिला के लिए है तो दुर्ग नगर निगम में महापौर पद,पिछड़ा वर्ग महिला के लिए सुरक्षित है. रायपुर नगर निगम में प्रत्येक वार्ड में भी पार्षद पदों के लिए दावेदारों की जमकर लाइन लगी हुई है.प्रत्येक वार्ड में टिकट के कई -कई दावेदार नजर आ रहे हैं. जहां वार्ड सामान्य है वहां तो दावेदारों की संख्या 10 तक पहुंच गई है.और सभी दावेदारों के द्वारा टिकट के लिए बढ़कर दावे किए जा रहे हैं.

भाजपा,इस चुनाव में अपने प्रत्याशियों को शीघ्र चुनाव मैदान में उतारने की कोशिश कर रही है, लेकिन कई स्तर की बैठकों के बाद भी अभी जो ताजा जानकारी मिली है कि कहीं भी प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है. हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि कई सुरक्षित वार्ड है जहां पार्षद पदों के लिए सिर्फ एक ही का नाम ही गया है.एक नाम होने की वजह से यह नाम तो फाइनल है लेकिन अन्य स्थानों पर छत्तीसगढ़ में उनके नाम पर अंतिम निर्णय नहीं हो सका है. अब दिल्ली चुनाव समिति के अनुशंसा के बाद उनके नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा.

दुर्ग नगर निगम में वर्तमान में स्थानीय सत्ता में कांग्रेस की सरकार है.कांग्रेस के महापौर हैं. प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई है तो पार्टी की कोशिश चल रही है कि इस बार स्थानीय निकाय के चुनाव में यहां भी उसे बढत मिले. हमारे पास जो जानकारी है उसे देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि महापौर की टिकट के लिए यहां लोगों में कितनी उत्सुकता है और कितनी बढ़ चढ़कर दावेदारी की जा रही है.

हमारे सूत्रों ने बताया है उसके अनुसार  दुर्ग नगर निगम में महापौर पद के लिए पांच नाम प्रमुख रूप से सामने आए हैं. इनमें श्रीमती अलका बाघमार,गायत्री वर्मा, डॉक्टर भारती साहू, ममता देवांगन, झरना वर्मा का नाम प्रमुखता से गिनाया जा रहा है. हालांकि बताया जा रहा है कि यहां इस पद की टिकट के लिए  दावेदारों की संख्या और भी अधिक है. सूत्रों ने संकेत दिया है कि ऊपर के पांच नामों में से कुछ नाम छत्तीसगढ़ में ही काट दिए गए हैं और सिर्फ तीन नाम ही यहां से दिल्ली भेजा गया है. अभी हम इसके बारे में कुछ नहीं कहेंगे कि इनमें से किस नाम के लिए किसकी तरफ से अधिक जोर लगाया गया है,दबाव बनाया है.लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि प्रत्येक नाम पर जोर लगाया जा रहा है. और बात जिला स्तर से होते हुए, संभाग स्तर, उसके बाद प्रदेश स्तर से लेकर अब दिल्ली समिति के पास अनुशंसा के लिए पहुंच रही है.

नगर पालिका कुम्हारी में तृप्ति चंद्राकर, मीना वर्मा, और ज्योति वर्मा का नाम प्रमुखता से सामने आया है. कुछ और भी नाम है लेकिन बताया जा रहा है कि प्रदेश स्तरीय चुनाव समिति की बैठक के बाद इनमें से कई नाम में कांट- छांट  की गई है.

नगर पंचायत पाटन में होरीलाल देवांगन, विक्की भाले और बाबा वर्मा इत्यादि का नाम आगे बढ़ाए जाने की जानकारी मिल रही है

लगातार कई स्तर की बैठकों के बावजूद अभी भी इनमें से किसी नाम पर अंतिम निर्णय नहीं हो सका है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रत्येक नाम पर कितना भारी दबाव बन रहा है और स्थिति यह हो गई है कि महापौर, अध्यक्ष पदों के नाम पर तो छत्तीसगढ़ में कोई निर्णय नहीं हो पाने की संभावना है, बल्कि इसका अंतिम निर्णय दिल्ली से ही होता नजर आएगा.