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स्वरूपानंद महाविद्यालय में सेबी कार्यशाला का आयोजन,स्मार्ट विनियोगकर्ता बने : अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित बनायें

  भिलाई. असल बात news.   स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में वाणिज्य एवं कन्ज्यूमर क्लब एवं सेबी के संयुक्त तत्वाधान ...

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भिलाई.

असल बात news.  

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में वाणिज्य एवं कन्ज्यूमर क्लब एवं सेबी के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय के शैक्षणिक,  अशैक्षणिक कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों के लिये स्मार्ट विनियोगकर्ता विषय पर विनियोग जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्री प्रवीण धुरी सेबी स्मार्ट प्रशिक्षक एवं श्री संजय अष्टकर क्षेत्रीय प्रबंधक इम्पेरिकल एफ एंड एम एकेडेमी थे।

कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम प्रभारी डॉ. शर्मिला सामल  विभागाध्यक्ष वाणिज्य ने बताया नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को वित्तीय जागरूकता वित्तीय बाजार, टेªडिंग की जानकारी देना है जिससे कर्मचारी अपने आय को समुचित तरीके से इन्वेस्ट कर अपने भविष्य के लिये सुरक्षित रख सकते है एवं विद्यार्थी इस कार्यशाला के माध्यम से विनियोग की आवश्यकता व महत्व को समझे तथा इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाओं को जान सके।

महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा व प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कार्यशाला आयोजन के लिए कन्ज्यूमर सेल व वाणिज्य विभाग की सराहना की व कहा लोगों को विनियोग के बारे में शिक्षित करना आवश्यक है जिससे उनका वित्तिय भविष्य सुरक्षित हो। 

श्री प्रवीण धुरी ने बताया कला, वाणिज्य, विज्ञान कम्प्यूटर साईंस किसी भी संकाय के विद्यार्थी कर्मचारी किसी भी आयु वर्ग के हो सभी को फाइनेंशियल प्लानिंग (वित्तिय नियोजन) की आवश्यकता पड़ती है। हर व्यक्ति को सुरक्षित भविष्य के लिये बचत करना चाहिये जब हम बचत राशि को जमा करते है तो हमे कम रिर्टन मिलता है। भारतीय उपभोक्ता गोल्ड, रियल स्टेट, म्युचुअल फंड बांड, शेयर आदि में इन्वेस्ट करते है इसमें सबसे अधिक लाभ शेयर बाजार में निवेश करने से मिलता है इसमें रिस्क व रिवार्ड दोनों जुड़ा है। जब इन्वेस्टर शेयर बाजार की बारीकियों को समझकर विनियोग करेंगे तो उन्हें अपनी विनियोग राशि का सही प्रतिफल प्राप्त होगा। 

संजय अष्टकर ने बताया भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की अर्थव्यवस्था में पाँचवे स्थान पर है यदि अपनी पूंजी को हम उत्पादक कार्यों में लगाने वाले योजनाओ में निवेश करें तो बहुत जल्दी भारत प्रथम स्थान पर पहुँच सकता है। कार्यशाला में विभिन्न विनियोग विकल्पों जैसे कि शेयर बाजार, म्युचुअल फंड, फिक्स डिपॉजिट के बारे में विस्तार से बताया व विनियोग के लाभ और जोखिम की जानकारी दी व बताया म्युचुअल फंड बाजार के जोखिम पर निर्भर करता है।

कार्यशाला में मंच संचालन स.प्रा. वाणिज्य अमरजीत ने किया। कार्यशाला को सफल बनाने में स.प्रा. खुशबू पाठक, विभागाध्यक्ष प्रबंधन, स.प्रा. रश्मि बनाज, स.प्रा. विजय मिश्रा वाणिज्य ने विशेष योगदान दिया। कार्यशाला महाविद्यालय सभी स्टाफ एवं विद्यार्थी शामिल थे।