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जिला आयुष अधिकारी दुर्ग डॉ.दिनेश चंद्रवंशी द्वारा जनवरी 2025 में कारुण्य (Palliative care)कार्यक्रम का उद्घाटन किया गय,आयुर्वेद चिकित्सक डॉ जया साहू नोडल अधिकारी के द्वारा ट्रेनिंग करवाई गई

दुर्ग,असल बात जिला आयुष अधिकारी दुर्ग डॉ.दिनेश चंद्रवंशी द्वारा जनवरी 2025 में कारुण्य (Palliative care)कार्यक्रम का उद्घाटन किया गय,आयुर्वे...

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दुर्ग,असल बात


जिला आयुष अधिकारी दुर्ग डॉ.दिनेश चंद्रवंशी द्वारा जनवरी 2025 में कारुण्य (Palliative care)कार्यक्रम का उद्घाटन किया गय,आयुर्वेद चिकित्सक डॉ जया साहू नोडल अधिकारी के द्वारा ट्रेनिंग करवाई गई


जिला आयुष अधिकारी दुर्ग  डॉ.दिनेश चंद्रवंशी द्वारा जनवरी 2025 में कारुण्य  (Palliative care)कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया था और विशेषज्ञ आयुर्वेद  चिकित्सक डॉ जया साहू नोडल अधिकारी के द्वारा इसकी ट्रेनिंग दी गई थी कार्यक्रम के प्रथम चरण में प्रत्येक केंद्र में एक पैलेक्टिव केयर टीम तैयार की गई थी ।टीम द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में एक गांव और शहरी क्षेत्र में एक वार्ड के रोगियों का पहचान एवं पंजीयन कर आयुष  सेवाएं  दिनांक 18/1/25 से 38 रोगियों का पंजीकरण करके शुरू किया गया । उन्हें संबंधित रोग के उपचार के लिए आवश्यक सुविधाएं  मुहैया कराई गईl   इस योजना के अंतर्गत रोगी के घर जा कर आयुष चिकित्सक एवं टीम द्वारा रोगी की जांच एवं नि शुल्क आयुर्वेद औषधि वितरित की गई एवं उन्हें योग , आयुर्वेद के अनुसार आहार विहार की जानकारी प्रदान की। रोगियों की काउंसलिंग की गई एवं नियमित रूप से प्रत्येक शनिवार फॉलो अप किया गया। जनवरी माह में दुर्ग -धमधा-पाटन ब्लॉक में 36 संस्थाओं द्वारा 72 विजिट किये गये जिसमें पक्षाघात, स्पाइनल इंजरी,  जरावस्था जैसे मरीजों को लाभ मिल रहा हे ।जिसमें बेडबॉन्ड 37 एवं होमबॉन्ड 35 मरीज हे।कार्यक्रम में जिला आयुष अधिकारी दुर्ग श्री दिनेश चंद्रवंशी जी के द्वारा आह्वान किया गया है कि पेलिएटिव केयर थेरेपी के लिए चिन्हांकित गांव/वार्ड के लोग जागरुक हो एवं अपने घर में रोग ग्रस्त ऐसे रोगी  जो चल फिर नहीं पाते वह हमारे आयुष केंद्रों में हर मंगलवार कारुण्य की ओपीडी का लाभ उठाएं। यह कार्यक्रम ऐसे रोगियों के लिए संजीवनी का कार्य करेगी जो घर पर ही रह कर चिकित्सा ले रहे हैं एवं चलने फिरने में सक्षम नहीं हैं। उन्हें विशेष रूप से मुख्य धारा में जोड़ना एवं स्वास्थ्य का ख्याल रखना इसका उद्देश्य है।

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