दुर्ग. असल बात news. शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में राजनीति विभाग द्वार...
दुर्ग.
असल बात news.
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में राजनीति विभाग द्वारा हिमालय, हिंदमहासागर राष्ट्र समूह एवं भारत सांस्कृतिक आर्थिक रणनीतिक संबंध एवं संभावनाएं विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हेमचंद यादव दुर्ग विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. एन पी. दीक्षित थे. डॉ दीक्षित ने अपने संबोधन में हिमालय हिंद महासागर क्षेत्र की महत्ता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इस क्षेत्र की सांस्कृतिक एकता को आवश्यक बताया तथा यह भी बताया कि हिमालय क्षेत्र का विस्तार ईरान इराक से इंडोनेशिया तक है. इंडोनेशिया का ग्रीक में अर्थ है भारत का द्वीप । राजनीति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ शकील हुसैन द्वारा विषय की प्रस्तावना रखी और यह बताया कि इस विषय को चर्चा के लिए चुनने का मुख्य आधारए संस्कृति व सुरक्षा के पारस्परिक सम्बन्धों को समझना है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अजय कुमार सिंह ने अखंड भारत का संदेश दिया कि अखंड भारत के लिए क्षेत्र में सांस्कृतिक एकता आवश्यक है। राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संगठनमंत्री श्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा की जिस प्रकार यूरोपीय देशों मे एकता देखी जाती है उसी प्रकार हिंदमहासागरीय राष्ट्र समूह की भी एकता होनी चाहिए । ईग्नू नई दिल्ली के प्रोफेसर सतीश कुमार ने अपने वक्तव्य में बताया कि शंघाई कोआपरेशन एक्वाड जैसे संगठन भारत के लिए ज्यादा कारगर नहीं हो सके क्योंकि इन संगठनो की डोर भारत के हाथ में नहीं थीए तथा भारत नेपाल के सम्बन्ध में चीन के हस्तक्षेप को भी आपने खतरनाक बताया । राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठनमंत्री श्री गोलक बिहारी राय जी ने बताया कि चीन की विस्तारवादी नीतियों के कारण पड़ोसी देशों की संप्रभुता खतरे में पड़ गयी है । संगोष्ठी के द्वितीय दिवस के मुख्य वक्ता श्री सप्रे जी ने भारतीय ज्ञान परंपरा का विस्तार पूर्वक वर्णन कर संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डाला।हिमाचल प्रदेश केन्द्रिय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तथा हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति विभाग के उपाध्यक्ष प्रोफेसर कुलदीप चंद्र अग्निहोत्री ने चीन के विस्तारवाद पर विस्तार से प्रकाश डाला और बताया की किस प्रकार चीन ने मंगोलिया तिब्बत और उईगुर प्रांत को निगल लिया । भारत की सीमाओं पर चीन का बढ़ते खतरे के प्रति सावधान रहना तथा चीन की विस्तारवादी नीति पर अंकुश लगाना आवश्यक है।
संगोष्ठी में आए विभिन्न प्रतिभागियों ने अपने अपने पेपर प्रेजेंट किए। कार्यक्रम में समापन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ राजेश पांडे ए क्षेत्रीय अपर संचालक उच्च शिक्षा दुर्ग संभागए ने अपनी संबोधन में बताया कि हिमालय हिंदमहासागर राष्ट्र समूह क्षेत्र की सुरक्षा इस क्षेत्र की सांस्कृतिक एकता पर निर्भर है और इस क्षेत्र की संस्कृतियों पर भारतीय संस्कृति का बहुत ही गहरा प्रभाव है।इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्राध्यापक अतिथि प्राध्यापक शोधार्थी विद्यार्थी एवं महाविद्यालय के कर्मचारी के साथ ही बड़ी संख्या में ऑनलाइन प्रतिभागी उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन पर राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ शकील हुसैन ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।