भिलाई. असल बात news. सेंट थॉमस कॉलेज ने छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय मनोवैज्ञानिक मंच के साथ हाथ मिलाते हुए सेंट थॉमस भिलाई में परामर्श कौशल प...
भिलाई.
असल बात news.
सेंट थॉमस कॉलेज ने छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय मनोवैज्ञानिक मंच के साथ हाथ मिलाते हुए सेंट थॉमस भिलाई में परामर्श कौशल पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यशाला में मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र के प्रमुख मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाताओं ने अपनी विशेषज्ञता और ज्ञान साझा किया। छत्तीसगढ़ क्षेत्र के प्रमुख मनोचिकित्सक और सिमहैंस, देवदा के निदेशक डॉ. प्रमोद गुप्ता मुख्य वक्ता थे। डॉ. गुप्ता ने मनोवैज्ञानिक परामर्श की आवश्यकता और आज के समय में इसकी प्रासंगिकता पर बात की। मनोवैज्ञानिक परामर्श से जुड़े कलंक और समाज की मानसिकता बदलने की जरूरत पर भी प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में कॉलेज के प्रशासक रेवरेंड फादर डॉ. पीएस वर्गीस ने अपना अध्यक्षीय भाषण दिया। वे हमेशा कॉलेज में इस तरह की प्रगतिशील गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं। प्राचार्य डॉ. एमजी रॉयमन ने शैक्षणिक संस्थान में काउंसलिंग के महत्व पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया। कमला देवी राठी गर्ल्स कॉलेज राजनांदगांव के मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. बसंत कुमार सोनबर ने कार्यक्रम का संचालन किया और उपस्थित लोगों का स्वागत किया। संयोजक डॉ. देबजानी मुखर्जी ने इस अवसर पर सम्मानित संसाधन व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। तीन तकनीकी सत्र थे जो परामर्श के तीन अलग-अलग पहलुओं को लक्षित करते थे। CIMHANS के प्रोफेसर गुज्जर ने मानसिक रूप से कमजोर रोगियों की देखभाल के लिए आवश्यक नैदानिक सेटिंग्स में विभिन्न उपचारों के बारे में बात की। डॉ निशा गोस्वामी, जो एक चिकित्सक और मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता दोनों हैं, ने आज के समकालीन समय में प्रचलित मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रथाओं पर बात की। दिन-प्रतिदिन के व्यवहार में संभाले जाने वाले मामलों पर भी चर्चा की गई। दिल्ली पब्लिक स्कूल के काउंसलर श्री सोजू सैमुअल। रिसाली ने आज के समय में आने वाले और स्कूल सेटिंग में प्रचलित छात्र मुद्दों पर बात की। डॉ आभा शशि, परिवार परामर्श केंद्र SAMAGRA की निदेशक और मालविका किशोर ने छात्र प्रश्नों और पैनल चर्चाओं को संभाला। कार्यक्रम का आयोजन सेंट थॉमस कॉलेज के संकाय द्वारा छत्तीसगढ़ मनोवैज्ञानिक मंच के सदस्यों के साथ मिलकर किया गया था l डॉक्टर सुमित्रा सिंह,डॉक्टर अंकिता देशमुख,डॉक्टर निम्मी वरगिस और डॉक्टर मनोजखन्ना ने इस पूरे कार्यशाला को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.