छत्तीसगढ़ .. असल बात न्यूज़. दुर्ग संभाग के अंतर्गत 'सखी वन स्टाफ सेंटर्स'में पिछले तीन वर्षों के दौरान लगभग 4हजार 97 प्रकरण दर...
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असल बात न्यूज़.
दुर्ग संभाग के अंतर्गत 'सखी वन स्टाफ सेंटर्स'में पिछले तीन वर्षों के दौरान लगभग 4हजार 97 प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इसमें से 3हजार 995 महिलाओं परिवारों का सहायता प्रदान की गई है. यह जानकारी विधानसभा में आज एक सवाल के जवाब में सामने आई है.
विधानसभा में आज इस संबंध में सदस्या श्रीमती संगीता सिन्हा ने प्रश्न उठाया था,जिसके जवाब में उक्त उत्तर सामने आया है. सदस्या संगीता सिन्हा ने इस संबंध में प्रश्न किया कि प्रदेश में 31 जनवरी 2025 की स्थिति में कितने जिलों में सखी वन स्टाफ केंद्र संचालित है एवं किन-किन जिलों में नहीं है.? उन्होंने प्रश्न पूछा कि 1 जनवरी 2022 से 31 जनवरी 2025 तक की अवधि में दुर्ग संभाग के अंतर्गत स्थित सखी वन स्टाफ सेंटर में कितने प्रकरण दर्ज किए गए तथा इनमें से कितने प्रकरणों में कुल कितनी महिलाओं/ परिवारों को सहायता प्राप्त हुई है.? कोरोनावायरस प्रश्न भी पूछा कि प्रत्येक सखी वन स्टाफ सेंटर के लिए कौन-कौन से पद कितने-कितने स्वीकृत किए गए हैं ? स्वीकृत पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया क्या है? किन-किन सखी वन स्टाफ सेंटर के विरुद्ध किस-किस प्रकार के शिकायतें प्राप्त हुई है तथा प्राप्त शिकायत तो पर विभाग द्वारा किन-किन के विरुद्ध क्या-क्या कार्रवाई की गई है?
इसका उत्तर देते हुए महिला बाल विकास मंत्री श्री लक्ष्मी राजवाड़े ने लिखित में बताया है कि 31 जनवरी 2025 की स्थिति में प्रदेश के 27 जिलों का जिला बालोद,बेमेतरा,बस्तर, बीजापुर,बिलासपुर, बलोदा बाजार, बलरामपुर,दुर्ग,दंतेवाडा,धमतरी, गरियाबंद,जांजगीर,जशपुर,कबीरधामकोरिया,कोरबा,कोंडागांव,मुंगेली, महासमुंद,नारायणपुर, रायपुर, रायगढ़ राजनांदगांव,सुकमा,सूरजपुर,एवं सरगुजा में सखी वन स्टाफ केंद्र संचालित है. नवीन 6 किलो गौरेला पेंड्रा मरवाही,सक्ति, खैरागढ़ गंडई, मानपुर मोहला चौकी,सारंगढ़ बिलाईगढ़ महेंद्रगढ़ भरतपुर चिरमिरी में संचालित नहीं हैं.इन जिलों में संचालन की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है.
विभागीय मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने अपने लिखित उत्तर में बताया है कि दुर्ग संभाग के अंतर्गत संचालित सखी वन स्टाफ सेंटर में 1 जनवरी 2022 से 31 जनवरी 2025 तक की अवधि में 4हजार 97 प्रकरण दर्ज किए गए हैं तथा इनमें से 3हजार 995 महिलाओं/ परिवारों को सहायता प्राप्त हुई है. इसमें से दुर्ग जिले में 1,493,बेमेतरा जिले में 776, बालोद जिले में 610, राजनांदगांव जिले में 603, कबीरधाम जिले में 615 प्रकरण प्राप्त हुए हैं. इसमें से सभी जिलों को मिलाकर कुल 3 हजार 995 महिलाओं परिवारों को आश्रय प्रदान किया गया है
उन्होंने बताया कि प्रत्येक सखी वन स्टॉप सेंटर हेतु केंद्र प्रशासक साइको सोशल काउंसलर, केस वर्कर कार्यालय सहायक,पैरालीगल कार्मिक वकील,पैरामेडिकल कार्मिक, बहुउद्देशीय सहायक/ रसोईया, सुरक्षा गार्ड नाइट गार्ड के पास स्वीकृत है. स्वीकृत सेवा प्रदाताओं के पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जिला स्तर पर गठित जिला स्तरीय समिति द्वारा की जाती है.