रायपुर। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सोमवार को पेश बजट पर तंज कसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे सिंगल माइक पॉडकास्ट बताते हुए कहा...
रायपुर। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सोमवार को पेश बजट पर तंज कसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे सिंगल माइक पॉडकास्ट बताते हुए कहा था कि बजट भाषण नहीं यह कवि सम्मेलन था. इस पर भाजपा ने आपत्ति जताते हुए भूपेश बघेल पर सतनामी समाज और प्रदेश के जनजाति समाज के अपमान का आरोप लगाया है. गौरतलब है कि वित्त मंत्री चौधरी ने अपने बजट भाषण में कविताओं के जरिए वीर गुंडाधर और गुरु घासीदास का भी जिक्र किया था. इस पर भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ये था क्या? ये बजट भाषण था या गणतंत्र दिवस का भाषण था या किसी कवि सम्मेलन की भूमिका थी? ये था क्या? ये जनता तो छोड़िए, भाजपा के लोगों को खुद समझ नहीं आया होगा. न जनता के लिए कोई राहत, न किसान, युवा, महिला के लिए कोई घोषणा. बेहद निराशाजनक और ‘सिंगल माइक पॉडकास्ट’ समाप्त हुआ.
बघेल के बयानों पर आपत्ति जताते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख अमित चिमनानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बच्चे, बूढ़े, जवान बाबा गुरु घासीदास को प्रणाम करके अपने दिन की शुरुआत करते हैं. जब-जब छत्तीसगढ़ में कोई शौर्य का विचार आता है तो वीर गुंडाधुर और शहीद वीर नारायण सिंह का नाम लिया जाता है. राम राम के बदले हम जय जोहार कहते हैं, और हमारे लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश किसी तीर्थ से कम नहीं है.
चिमनानी ने कहा कि इसको भूपेश बघेल कवि सम्मेलन बोलकर उपहास कर रहे हैं. बघेल ने छत्तीसगढ़ में वीर गुंडाधुर और बाबा गुरुघासीदास जी को मनाने वाले लाखों लोगों की आस्था के साथ एक बड़ा खिलवाड़ करने का काम किया है. हमारे जनजाति समाज और सतनामी समाज के जो हमारे महानायक हैं, उनसे जुड़ी संस्कृति को अपमानित करने का काम किया है. इसकी माफी उनको इस जन्म में नहीं मिलेगी.