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मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुशासन तिहार-2025 के सफल आयोजन हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के दिए निर्देश

असल बात न्यूज  मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुशासन तिहार-2025 के सफल आयोजन हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के दिए निर्देश दुर...

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असल बात न्यूज 

मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुशासन तिहार-2025 के सफल आयोजन हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के दिए निर्देश

दुर्ग। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने सचिवालय रायपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुशासन तिहार-2025 के आयोजन हेतु तैयारी करने सहित कल 8 अप्रैल से आवेदन पत्र प्राप्त किए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने इस अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए माइक्रो प्लानिंग कर जन शिकायतों और समस्याओं के समाधान हेतु गम्भीरता के साथ पहल किए जाने कहा। साथ ही अभियान के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार कर आम जनता को अवगत कराए जाने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि सुशासन तिहार प्रदेश में सुशासन की सशक्त स्थापना, जनसमस्याओं के त्वरित समाधान, जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा और जन संवाद को सशक्त बनाने के उद्देश्य से तीन चरणों में आयोजित किया जा रहा है। इस तिहार के माध्यम से शासन-प्रशासन सीधे आम जनता से जुड़कर, उनकी समस्याओं को समयबद्ध ढंग से सुलझाने का कार्य करेगा।

सुशासन तिहार-2025 आयोजन का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करना, शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करना तथा विकास कार्यों में गति लाने के साथ ही आम जनता, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों से सीधा संवाद स्थापित करना है।

तीन चरणों में होगा सुशासन तिहार-2025 का आयोजन

सुशासन तिहार-2025 का आयोजन तीन चरणों में होगा। पहले चरण में 8 अप्रैल से 11 अप्रैल 2025 तक आम जनता से आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। दूसरे चरण में लगभग एक माह के भीतर प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जाएगा। तीसरे एवं अंतिम चरण में 5 मई से 31 मई 2025 के बीच समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इस तिहार को सुव्यवस्थित और प्रभावी बनाने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं एवं एक पोर्टल बनाया जा रहा है। प्रत्येक जिले की आवश्यकताओं और परिस्थितियों के अनुसार नवाचार भी किए जा सकते हैं, जिससे यह तिहार अधिक जनोपयोगी और प्रभावशाली बने।

सुशासन तिहार के अंतर्गत 8 अप्रैल से 11 अप्रैल 2025 तक ग्राम पंचायत मुख्यालयों और नगरीय निकाय कार्यालयों में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। इन स्थलों पर समाधान पेटी रखी जाएगी, ताकि लोग अपनी समस्याएं और शिकायतें निःसंकोच लिखकर उसमें डाल सकें। आवेदन प्राप्त करने के लिए समाधान पेटी की व्यवस्था जिला और विकासखण्ड मुख्यालय स्तर पर भी की जाएगी। आवश्यकतानुसार हाट-बाजारों में भी आवेदन संग्रह किये जा सकेंगे। ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने की भी पोर्टल में व्यवस्था रहेगी। जनसाधारण कॉमन सर्विस सेंटर में भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। प्रत्येक आवेदन को पोर्टल में पंजीकृत कर ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा, साथ ही आवेदनकर्ता को पावती दी जाएगी। 

आवेदनों का निराकरण

आम जनता से प्राप्त सभी आवेदनों को स्कैन कर सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा और संबंधित जिला, जनपद एवं नगरीय निकाय के अधिकारियों को ऑनलाइन व भौतिक रूप से भेजा जाएगा। संबंधित विभाग और अधिकारी लगभग एक माह में इन आवेदनों का निराकरण सुनिश्चित करेंगे। 

समाधान शिविर का आयोजन

5 मई से 31 मई 2025 के दौरान प्रत्येक 8 से 15 पंचायतों के मध्य समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें आवेदकों को उनके आवेदनों की स्थिति की जानकारी दी जाएगी। नगरीय निकायों में भी आवश्यकतानुसार समाधान शिविर आयोजित होंगे। शिविरों के आयोजन की तिथि की जानकारी आवेदकों को एसएमएस के माध्यम से तथा आवेदन की पावती के माध्यम से दी जाएगी, साथ ही इन तिथियों का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। इन शिविरों में प्राप्त आवेदनों की प्रविष्टि भी पोर्टल में की जाएगी। वहीं यथासम्भव आवेदनों का निराकरण मौके पर भी किया जाएगा और शेष आवेदनों का समाधान एक माह में कर आवेदकों को सूचित किया जाएगा।

सुशासन तिहार के अंतर्गत आयोजित समाधान शिविरों में मुख्यमंत्री, मंत्रीगण सहित मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव एवं राज्य शासन के अधिकारी भी  शामिल होंगे तथा वहां आवेदकों से भेंटकर उनकी समस्याओं और निराकरण के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। इस तिहार को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का व्यापक उपयोग किया जाएगा। आवेदन लेने, उनकी प्रविष्टि, मॉनिटरिंग एवं समाधान प्रक्रियाओं के लिए सम्बन्धित अधिकारी-कर्मचारियों को समुचित प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है।

जनप्रतिनिधियों की होगी भागीदारी

सुशासन तिहार में स्थानीय सांसदों, विधायकों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित किया जाएगा। उन्हें समाधान शिविर आयोजन तथा अन्य आवश्यक जानकारियां समय पर उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री और मंत्रीगणों द्वारा  विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन का औचक निरीक्षण उनके द्वारा किया जाएगा। विभिन्न योजनाओं से लोगों को मिल रहे लाभ के बारे में फीडबैक लिया जाएगा। प्रभारी सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी अपने भ्रमण के दौरान उक्त निरीक्षण करेंगे। सुशासन तिहार के अंतर्गत मुख्यमंत्री और मंत्रीगणों द्वारा जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के साथ बैठक ली जाएगी, जिसमें समाधान शिविरों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति और विभिन्न योजनाओं व परियोजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की जाएगी, साथ ही आगामी कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी। साथ ही समीक्षा बैठक के उपरांत अथवा उपयुक्त समय पर प्रेसवार्ता लेने सहित विभिन्न संगठनों एवं नागरिकों से भेंट की जाएगी।

वीडियों कॉन्फ्रेन्सिंग के दौरान एनआईसी दुर्ग में संभाग आयुक्त श्री एस.एन. राठौर, आईजी श्री आर.जी. गर्ग, कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह, एसपी श्री जितेन्द शुक्ला, जिला पंचायत के सीईओ श्री बीके दुबे, डिप्टी कलेक्टर श्री हितेश पिसदा, डीआईओ सुश्री श्वेता चौबे एवं सभी नगर निगमों के आयुक्त उपस्थित थे।