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स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 पर डिस्कशन कार्यक्रम का आयोजन

  भिलाई. असल बात news.  स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस 202...

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भिलाई.

असल बात news. 

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 के अवसर पर “स्वस्थ शुरुआत, आशावान भविष्य” (Healthy Beginnings, Hopeful Futures) विषय पर आधारित  डिस्कशन कार्यक्रम  का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मातृ एवं नवजात शिशु स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूकता फैलाना और युवा वर्ग को स्वास्थ्य से जुड़े सामाजिक दायित्वों के प्रति संवेदनशील बनाना था।

कार्यक्रम की संयोजक एवं सूक्ष्मजीव विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शमा ए. बैग ने स्वास्थ्य दिवस के बारे में जानकारी देते हुए कहा की  “इस वर्ष की थीम हमें यह सोचने को प्रेरित करती है कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सामाजिक जागरूकता मिलकर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में कैसे बदलाव ला सकते हैं।” तथा बताय की अच्छे भोजन, योग के द्वार भी स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है ।

श्री शंकराचार्य शिक्षन परिसर,हुडको के निदेशक डॉ. दीपक शर्मा एवम मोनिषा शर्मा ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा, “ऐसे विचार-विमर्श छात्रों को पाठ्यक्रम से आगे सोचने और समाज की वास्तविक समस्याओं से जुड़ने का अवसर प्रदान करते हैं।”विज्ञान विभाग द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 के अवसर पर “स्वस्थ शुरुआत, आशावान भविष्य”  विषय पर आधारित  डिस्कशन कार्यक्रम  का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मातृ एवं नवजात शिशु स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूकता फैलाना और युवा वर्ग को स्वास्थ्य से जुड़े सामाजिक दायित्वों के प्रति संवेदनशील बनाना था।

प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कार्यक्रम की सराहाना  करते हुए कहा, “एक स्वस्थ जीवन की शुरुआत ही एक सशक्त समाज की नींव है। हमारे विद्यार्थियों को इस दिशा में जागरूक कर उन्हें समाज के लिए प्रेरणा बनाना हमारा कर्तव्य है।”

अन्य विभागों के शिक्षकों ने भी अपने विचार साझा किए. वनस्पति शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. नीना बागची ने मातृ स्वास्थ्य के लिए पौधों से प्राप्त पोषण तत्वों की भूमिका पर प्रकाश डाला।

प्राणी शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. जया तिवारी ने छात्रो को स्वस्थ भोजन करो तथा तनाव ना लेने की सलाह दी तथा  प्रारंभिक जीवन में पर्यावरणीय कारकों के शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव पर चर्चा की।

रसायन विभाग की सहायक प्राध्यापक सुश्री मोहिनी शर्मा ने स्वच्छ जल, स्वच्छता और सूक्ष्म पोषक तत्वों की महत्ता को रेखांकित किया। तथा रोज सुबह टहलना की सलाह दी जिससे शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होगा.कार्यक्रम में छात्रों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया।

सुश्री शैरी जांभुलकर और सुश्री शुभांजलि सोनी एम.एस.सी. माइक्रोबायोलॉजी ने युवा माताओं के लिए मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर विचार रखे। तथा युवाओं को भरपूर पानी पीने, व्यायाम करने के लिए कहा।वैभव, एम.एस.सी. रसायन शास्त्र  ने समुदाय में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता फैलाने में युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया।सुश्री वैषाली ने कविता  प्रस्तुत की.कार्यक्रम  को सफल बनाने में योगिता लोखंडे असिस्टेंट प्रोफेसर माइक्रोबायोलॉजी का  विशेष  योगदान रहा।